जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे की यात्रा के दौरान करीब 15 जापानी कंपनियां गुजरात में निवेश के लिए समझौते पर हस्ताक्षर करेंगी. इसके साथ ही जापान अंतरराष्ट्रीय सहयोग एजेंसी (जेआईसीए) से राज्य को इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण के लिए सस्ता ऋण भी मिलेगा. सरकार की ओर से इस बात की जानकारी दी गई.
गुजरात के मुख्य सचिव जेएन सिंह के मुताबिक, 15 जापानी कंपनियां राज्य में निवेश करने के लिए इच्छुक हैं. साथ ही वो 12वें जापान-भारत वार्षिक सम्मेलन के दौरान गुरुवार को राज्य सरकार के साथ समझौते पर हस्ताक्षर करेंगी.
सस्ती दर पर इन्फ्रा लोन
उन्होंने कहा, ‘समझौतों के अलावा, गुजरात सरकार और जेआईसीए के बीच भावनगर में अलंग शिपयार्ड का विकास समेत राज्य में बुनियादी ढांचे के विकास के लिए सहयोग ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए जाएंगे. जेआईसीए बुनियादी ढांचा विकास के लिए सस्ती दर पर राज्य सरकार को इन्फ्रा लोन देगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके जापानी समकक्ष शिंजो आबे की मौजूदगी में शिखर सम्मेलन आयोजित किया जाएगा. बता दें कि जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे 13 सितंबर यानि की आज से दो दिवसीय भारत यात्रा पर आ रहे हैं.
शिखर सम्मेलन में 17-18 समझौते
गुजरात औद्योगिक विकास निगम जीआईडीसी के उपाध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक डी थारा ने कहा, ‘शिखर सम्मेलन के दौरान 17-18 समझौते पर हस्ताक्षर किए जायेंगे. इनमें से 15 समझौते जापानी कंपनियों और जीआईडीसी के बीच होंगे.’ उन्होंने बताया कि 15 कंपनियां गुजरात में निवेश के लिए प्रतिबद्ध है. इसके लिए जीआईडीसी से जमीन खरीदने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है. ये कंपनियां सम्मेलन के दौरान जीआईडीसी के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर करेंगी. कंपनियां कितना निवेश कर रही है इसकी जानकारी बाद में दी जायेगी.