ई-पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए सरकार के नोटबंदी के दौरान गैस की ऑनलाइन बुकिंग पर छूट दी थी. ऐसा करने वालों को गैस सिलेंडर पर 5 रुपए तक का डिस्काउंट मिलेगा.
ई-पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए सरकार के नोटबंदी के दौरान गैस की ऑनलाइन बुकिंग पर छूट दी थी. ऐसा करने वालों को गैस सिलेंडर पर 5 रुपए तक का डिस्काउंट मिलेगा. यह लाभ वही उपभोक्ता उठा पाएंगे, जो ऑनलाइन गैस बुक कराएंगे और उसका पेमेंट भी उसी के जरिए करेंगे. खास बात यह है कि यह डिस्काउंट न केवल सब्सिडी वाले सिलेंडर पर मिलेगा, बल्कि बगैर सब्सिडी वाले सिलेंडर पर भी यह मान्य होगा. बगैर सब्सिडी वाले सिलेंडर के दाम एक नवंबर को 93 रुपए बढ़े हैं. यानी अब यह 742 रुपए का हो गया है. आपको इसका ऑनलाइन पेमेंट करने पर पांच रुपए की छूट मिलेगी. यानी यह सिलेंडर 737 रुपए का पड़ेगा.
बिल में नजर आएगी डिस्काउंट डिटेल्स
तेल मंत्रालय ने इस बाबत अपने बयान में कहा था कि इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम ने अपने उपभोक्ताओं को छूट देगी. वे ऑनलाइन बुकिंग के वक्त नेट बैंकिंग और क्रेडिट कार्ड सरीखे विकल्पों के जरिए पेमेंट कर सकते हैं. मिले हुए डिस्काउंट की रकम उपभोक्ता के बिल के साथ दिखाई देगी.
कैशलेस पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए डिस्काउंट
पिछले साल नवंबर में नरेंद्र मोदी की सरकार ने नोटबंदी की थी. उसके बाद से ही कैशलेस और डिजिटल इंडिया को बढ़ावा देने के लिए सरकार कदम उठा रही है. इसी क्रम में गैस के ऑनलाइन पेमेंट पर डिस्काउंट मिलता है. इससे इंटरनेट और फोन से होने वाली गैस बुकिंग और पेमेंट को बढ़ावा मिलेगा.
ऐप के जरिए भी होती है बुकिंग
एंड्रॉयड मोबाइल फोन पर गूगल प्ले या प्ले स्टोर के जरिए एलपीजी कंपनियों इंडेन, एचपी और भारत गैस के ऐप को डाउनलोड किया जा सकता है. इसके लिए गैस कंपनी का उपभोक्ता होना जरूरी है, साथ ही उपभोक्ता का अपना ई-मेल आईडी भी आवश्यक है.
ऐप से ये सुविधाएं भी मिलेंगी
– सिलेंडर बुकिंग हिस्ट्री
– मैकेनिक सर्विस
– गैस सिलेंडर डिलीवरी टाइम
– लोकेट डिस्ट्रीब्यूटर्स
– चेंज डिस्ट्रीब्यूटर्स
पेट्रोल-डीजल पर मिलता है कैशबैक
कैशलेस भुगतान का फायदा आपको पेट्रोल पंप पर भी मिलेगा. पेट्रोल-डीजल डलवाने के दौरान डेबिट या क्रेडिट कार्ड से पेमेंट पर आपको कैशबैक का ऑफर मिलेगा. तेल कंपनियां पेट्रोल-डीजल बुकिंग के दौरान कैशलेस पेमेंट पर 0.75 फीसदी छूट दे रही हैं. यह कैशलेस लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए ही किया गया है. इसके लिए कोई नियम व शर्तें लागू नहीं हैं.