हैरानी वाली बात यह थी कि ये रकम उसके खाते में कहां से आई और किसने डाली इसकी जानकारी उसे नहीं थी.
आलू-प्याज का ठेला लगाने वाले एक शख्स के खाते में नोटबंदी के दौरान 50 लाख रुपए जमा किए गए. जबकि, उसकी रोजाना की कमाई सिर्फ 200 रुपए है. कुछ समय बाद यह रकम उसके खाते से निकाली भी गई. मामले की जानकारी जब आयकर विभाग को मिली तो उन्होंने ठेले वाले को नोटिस थमा दिया. नोटिस देखकर ठेला वाला भी हैरान था. दरअसल, हैरानी वाली बात यह थी कि ये रकम उसके खाते में कहां से आई और किसने डाली इसकी जानकारी उसे नहीं थी. मामला रायपुर का है, जहां के निवासी प्रसाद मिश्रा के खिलाफ यह नोटिस जारी हुआ है.
क्या है पूरा मामला
नोटबंदी के दौरान रायपुर के लालपुर निवाश प्रसाद मिश्रा के खाते में 50 लाख रुपए जमा कराए गए. 50 लाख रुपए कहां से आए, किसने जमा किया, इसकी उसे कोई जानकारी नहीं. आयकर विभाग के अधिकारियों ने जब उसे नोटिस भेजा तो उसने विभाग से इसकी शिकायत की. उसने अपनी आय का स्रोत साग-सब्जियों का ठेला और रोजाना उससे होने वाली आमदनी की पूरी जानकारी विभाग को दी. इनकम टैक्स विभाग ने उसे थाने में शिकायत दर्ज कराने को कहा है.
HDFC बैंक में है खाता
साल 2013 -14 में प्रसाद मिश्रा ने HDFC बैंक में बचत खाता खुलवाया था. प्रसाद इसमें कभी-कभी पैसे जमा करता था. जरूरत पड़ने पर उसने खाते से पैसे निकाले भी. लेकिन, नोटबंदी के दौरान उसके खाते में अचानक किसी ने 50 लाख रुपए जमा किए और कुछ समय बाद निकाल भी लिए. प्रसाद के मुताबिक, इस पैसे के जमा और निकासी की जानकरी उसे नहीं है. उसके खाते में 50 लाख जमा और निकाले जाने की जानकारी जब आयकर विभाग को मिली, तो उससे जानकारी मांगी गई.
फिलहाल मामले की जांच जारी
नोटिस मिलते ही प्रसाद आयकर विभाग पहुंचा, जहां उसने सारा मामला समझाने की कोशिश की. आयकर विभाग ने उससे इतनी बड़ी राशि की जानकारी मांगी, लेकिन उसने इस लेनदेन की जानकारी से इनकार कर दिया. बैंक अधिकारियों ने भी उसके अकाउंट में जमा निकासी के बारे में कोई ठोस जानकारी नहीं दी. इस मामले की जांच के लिए पुलिस और बैंक की टीम काम कर रही है.