उद्योग एवं वाणिज्य संगठन एसोचैम ने एक रिपोर्ट में रविवार को यह जानकारी दी. रिपोर्ट के मुताबिक, बैंकों में पूंजी डाले जाने की घोषणा के बाद बैंकिंग शेयरों में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है.
सार्वजनिक बैंकों के शेयरों में हाल के उछाल के मद्दे नजर इन बैंकों में सरकार की सीमित हिस्सेदारी बेचने से अनुमानित 58 हजार करोड़ रुपए से काफी अधिक राशि मिलने की संभावना है. उद्योग एवं वाणिज्य संगठन एसोचैम ने एक रिपोर्ट में रविवार को यह जानकारी दी. रिपोर्ट के मुताबिक, बैंकों में पूंजी डाले जाने की घोषणा के बाद बैंकिंग शेयरों में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है. घोषणा से शेयरों के भाव में हुए बदलाव के हिसाब से देखें तो सरकार अब अपनी तय हिस्सेदारी की बिक्री के जरिए 58 हजार करोड़ रुपए से काफी अधिक जुटा सकती है.
उल्लेखनीय है कि सरकार ने फंसे ऋण के दबाव से बैंकों को उबारने के लिए 1.35 लाख करोड़ रुपए बैंकों में डालने की घोषणा की है. सरकार की योजना अपनी हिस्सेदारी कम कर शेयरों की बिक्री के जरिए 58 हजार करोड़ रुपए जुटाने की है. इसके बाद सार्वजनिक बैंकों में सरकार की हिस्सेदारी कम होकर 52 प्रतिशत पर आ जाएगी.