सुरेश प्रभु ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नोटबंदी के निर्णय को ऐतिहासिक फैसला बताते हुए कहा कि आम लोगों को इसका फायदा मिला है.
केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने नोट बंदी को साफ सुथरी अर्थव्यवस्था की ओर एक मजबूत और दूरगामी कदम बताते हुए कहा कि इस मुद्दे पर देश की जनता सरकार के साथ है. उन्होंने कहा कि सरकार अपने तमाम प्रयासों से नया भारत बनाने के काम में लगी है. नोटबंदी को एक साल पूरा होने पर भारतीय जनता पार्टी की ओर से मनाये जा रहे ‘कालाधन विरोध दिवस’ के मौके पर प्रभु बुधवार (8 नवंबर) को यहां पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नोटबंदी के निर्णय को ऐतिहासिक फैसला बताते हुए कहा कि आम लोगों को इसका फायदा मिला है.
आतंकवाद, नस्लवाद पर अकुंश लगा है, आम लोगों को सस्ता ऋण, सस्ते मकान मिलने लगे हैं, आने वाले समय में ऋण, मकान और सस्ते होंगे. उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी ने प्रधानमंत्री का पदभार ग्रहण करने के तुरंत बाद कालेधन पर अंकुश लगाने और भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए काम शुरू किया, नतीजे सबके सामने हैं.
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि नोटबंदी के निर्णय से आने वाले समय में आर्थिक ढाचे में मजबूती आयेगी जिसका फायदा आम लोगों, किसानों, महिलाओं को मिलेगा कालाधन जमा करने वालों की कमर टूटेगी. उन्होंने एक प्रश्न के जवाब में कहा कि नोटबंदी के दौरान जमा हुआ धन की जांच आयकर विभाग और अन्य एजेंसिंया कर रही है. अभी से यह मान लेना की बैंकों में जमा धन काला धन नहीं है, कहना उचित नहीं है उन्होंने कहा कि नोटबंदी के दौरान जमा हुए 3.68 लाख करोड़ रुपये की संदिग्ध जमा और तेइस लाख संदिग्ध खातों की जाचं की जा रही है.
केन्द्रीय उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री ने कहा कि नोटबंदी के कारण आतंकवाद और नस्लवाद पर काफी हद तक रोक लगी है, कश्मीर में पत्थरबाजी की घटनाओं में कमी आयी है और पिछले वर्ष के मुकाबले एक चौथाई रह गयी है. वहीं दूसरी और वामंपथी उग्रवाद की घटनाओं में बीस प्रतिशत से अधिक की कमी आयी है. प्रभु ने एक प्रश्न के जवाब में कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ जारी कार्यवाही के तहत 1626 करोड़ रुपये की बेनामी सम्पति जब्त की गयी है, सिलसिला रुका नहीं है, यह सिलसिला जारी है आने वाले समय में इस अभियान में ओर तेजी आयेगी.
प्रभु नोटबंदी के बाद जमा हुए कुल धन, काले धन, जाली मुद्रा, रोजगार को लेकर पुछ गये अधिकांश प्रश्नों का जवाब देना टालते हुए कहा कि अभी केवल नोटबंदी के मुददे पर ही प्रश्न करें जब उनसे बार बार बार रोजगार के बारे में प्रश्न किये गये तो पलट कर उन्होंने पत्रकारों से पूछा कि बताओं नागालैंड में कितनी बारिश हुई.
वहीं दूसरी ओर नोटबंदी का एक साल पूरे होने के मौके पर बुधवार (8 नवंबर) को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने सूरत में केंद्र सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि नोटबंदी और उसके बाद माल एवं सेवा कर (जीएसटी) के क्रियान्वयन से सूरत के कपड़ा और हीरा कारोबार की टांग टूट गई. नोटबंदी का एक साल पूरा होने के मौके पर विपक्ष आज (बुधवार, 8 नवंबर) देशभर में ‘काला दिन’ मना रहा है. गांधी ने बुधवार (8 नवंबर) को यहां कातरगाम औद्योगिक विकास क्षेत्र में निर्माण इंडस्ट्रीज के करघा कारखाने में उद्योग के प्रतिनिधियों और श्रमिकों के साथ बातचीत में कहा कि एक साल पहले देश की अर्थव्यवस्था पर हमला किया गया था.
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा, ‘‘मैंने यहां लोगों से बात की है. उन्होंने बताया कि नोटबंदी और उसके बाद जीएसटी ने सूरत उद्योग की टांग तोड़ दी. इन दो झटकों से सिर्फ यहीं नहीं, बल्कि पूरे देश में उद्योग समाप्त हो गया है.’’ गांधी ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘लोगों ने कहा कि उन्हें डराया जा रहा है. लेकिन सच को दबाया नहीं जा सकता. यह सामने आएगा.’’ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार द्वारा एक जुलाई से पेश की गई नई अप्रत्यक्ष कर व्यवस्था पर निशाना साधते हुए गांधी ने कहा, ‘‘हमने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी और वित्त मंत्री अरुण जेटलीजी से कहा था कि जीएसटी को इस तरीके से लागू नहीं किया जाए.’’