एसएंडपी ने कायम रखी भारत की सॉवरेन रेटिंग BBB, जीडीपी को बताया मज़बूत

एसएंडपी ने कायम रखी भारत की सॉवरेन रेटिंग BBB, जीडीपी को बताया मज़बूत

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एसएण्डपी का कहना है कि भारत को जो रेटिंग दी गई है वह उसकी मजबूती जीडीपी वृद्धि, बेहतर विदेशी छवि और बेहतर मौद्रिक साख को परिलक्षित करती है.

एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग ने शुक्रवार (24 नवंबर) को भारत की सॉवरेन रेटिंग को स्थिर परिदृश्य के साथ बीबीबी- (बीबीबी-नकारात्मक) पर कायम रखा है. रेटिंग एजेंसी ने कहा है कि बेशक भारत की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि मजबूत है, लेकिन उसकी कम प्रति व्यक्ति आय और ऊंचा सरकारी कर्ज इसे संवेदनशील बना देता है. उल्लेखनीय है कि मूडीज इन्वेस्टर सर्विस ने पिछले दिनों भारत की सॉवरेन रेटिंग में 13 साल से भी अधिक समय में पहली बार सुधार किया है. मूडीज ने कहा था कि आर्थिक और संस्थागत सुधारों के जारी रहने से देश की वृद्धि संभावनाएं बेहतर हुई हैं.

इधर, एसएण्डपी का कहना है कि भारत को जो रेटिंग दी गई है वह उसकी मजबूती जीडीपी वृद्धि, बेहतर विदेशी छवि और बेहतर मौद्रिक साख को परिलक्षित करती है. इसके साथ ही भारत के मजबूत लोकतांत्रिक संस्थान और उसका स्वतंत्र मीडिया नीतियों में स्थिरता और सुलह-सफाई को बढ़ावा देता है. इससे उसकी रेटिंग को भी समर्थन मिला है. लेकिन भारत की कम प्रति व्यक्ति आय और अपेक्षाकृत ऊंचा सरकारी कर्ज उसकी मजबूती के समक्ष उसे संवेदनशील बना देता है.

उल्लेखनीय है कि अमेरिका स्थित क्रेडिट रेटिंग एजेंसी मूडीज ने आर्थिक एवं संस्थागत सुधारों से घरेलू अर्थव्यवस्था में वृद्धि की संभावनाएं बेहतर होने के कारण देश की रेटिंग एक पायदान बढ़ाकर शुक्रवार (17 नवंबर) को ‘बीएए2’ कर दी है. रेटिंग में यह सुधार 13 वर्ष बाद हुआ है. इससे पहले 2004 में देश की रेटिंग सुधारकर ‘बीएए3’ की गयी थी. वर्ष 2015 में उसने रेटिंग परिदृश्य को सकारात्मक से स्थिर किया था. बीएए3 रेटिंग निवेश श्रेणी का सबसे निचला दर्जा है. मूडीज ने अपने बयान में कहा, ‘रेटिंग में सुधार का यह निर्णय मूडीज की इस उम्मीद पर आधारित है कि आर्थिक एवं संस्थागत सुधारों में सतत प्रगति से आने वाले समय में भारत की तेज आर्थिक वृद्धि की संभावनाएं बेहतर होंगी.’

इससे सरकार के ऋण के लिए स्थिर एवं बड़ा वित्तीय आधार तैयार होगा और यह मध्यम अवधि में सरकार के ऋण दबाव में क्रमिक कमी लाएगा.’’ सार्वभौम रेटिंग किसी भी देश के निवेश माहौल का सूचक होता है. यह निवेशकों को किसी देश में निवेश से संबंधित जोखिमों से अवगत कराता है. इन जोखिमों में राजनीतिक जोखिम भी शामिल होता है.

लंबे समय से भारत को रेटिंग एजेंसियां निवेश की सबसे निचली श्रेणी ‘बीएए3’ में रखती आयी हैं. मूडीज ने अब इसे एक पायदान ऊपर किया है. रेटिंग में यह सुधार ऐसे समय में किया गया है जब कुछ ही दिनों पहले विश्व बैंक की कारोबार सुगमता रिपोर्ट में भारत का स्थान 30 पायदान ऊपर कर 100 कर दिया गया था.

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