सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम लिमिटेड (LIC) ने एसएमएस के जरिए अपने ग्राहकों को आगाह किया है.
सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम लिमिटेड (LIC) ने एसएमएस के जरिए अपने ग्राहकों को आगाह किया है. LIC की तरफ से दी गई यह जानकारी आपके लिए जानना बहुत जरूरी है. दरअसल पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया के जरिए भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) की तरफ से जुड़े ग्राहकों के पास अपने आधार कार्ड की संख्या की जानकारी देने के लिए मैसेज आ रहे हैं. यदि आपके या आपके किसी परिचित के पास इस तरह का कोई मैसेज आया है तो सावधान हो जाएं.
मैसेज जारी नहीं किया
कंपनी की तरफ से ग्राहकों को आगाह किया गया है कि एसएमएस के जरिए अपनी आधार की डिटेल शेयर न करें. एलआईसी की तरफ से जारी किए गए बयान में बताया गया कि बीमा कंपनी की तरफ से इस तरह का कोई भी मैसेज जारी नहीं किया गया है. ऐसे किसी भी संदेश के बारे में LIC ने अपने पॉलिसी होल्डर्स को आगाह किया है. बीमा कंपनी की तरफ से कहा गया है कि LIC ने ऐसी कोई सुविधा शुरू नहीं की है कि जिससे पॉलिसी के साथ आधार संख्या को जोड़ा जाए.
कोई संदेश नहीं भेजा गया
एलआईसी की तरफ से एक सार्वजनिक नोटिस में कहा गया है कि हमारा ध्यान सोशल मीडिया में आए कुछ संदेश की ओर गया है. इसमें हमारा प्रतीक चिन्ह और लोगो का प्रयोग कर पॉलिसी होल्डर्स से SMS भेजकर आधार से पॉलिसी को जोड़ने के बारे में कहा गया है. कंपनी ने बताया कि उसकी तरफ से कोई भी संदेश नहीं भेजा गया है. न ही ऐसी कोई सुविधा है जिसमें पॉलिसी को एसएमएस के जरिए आधार से लिंक किया जा सके.
संवैधानिक नियमों के अनुपालन को कहा
एलआईसी के अनुसार एसएमएस के जरिये आधार संख्या को पॉलिसी से जोड़ने की कोई सुविधा नहीं है. बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (इरडा) ने कहा है कि आधार संख्या को बीमा पालिसी से जोड़ना अनिवार्य है. नियामक ने बीमा कंपनियों से संवैधानिक नियमों का अनुपालन करने को कहा है.