सरकार ने पिछले साल सार्वजनिक तेल कंपनियों से कहा था कि वह हर महीने कीमत बढ़ाएं ताकि पूरी सब्सिडी को मार्च 2018 तक समाप्त किया जा सके.
बीते 17 महीने में रसोई गैस सिलेंडर के दाम 19 किस्तों में 76.5 रुपये बढ़ाने के बाद सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों ने गुजरात विधानसभा चुनावों से पहले इस महीने इसके दाम में मासिक बढ़ोतरी नहीं की. सार्वजनिक क्षेत्र की इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन, भारत पेट्रोलियम व हिंदुस्तान पेट्रोलियम पिछले साल जुलाई से ही एलपीजी के दाम हर महीने पहली तारीख को बढ़ाती आ रही है ताकि इस पर देय सरकारी सब्सिडी को 2018 तक समाप्त किया जा सके.हालांकि, तेल कंपनियों ने इस महीने इस प्रक्रिया को छोड़ दिया.
उक्त तीन में से एक कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘हां यह सही है कि इस महीने में हमने सब्सिडी वाली एलपीजी के दाम में कोई बदलाव नहीं किया है.’ हालांकि अधिकारी ने इसकी कोई वजह नहीं बताई और कहा, ‘मैं इस फैसले की वजह बताने की स्थिति में नहीं हूं. यह प्रबंधन का फैसला है.’ क्या सरकार ने तेल कंपनियों से मासिक बदलाव करने नहीं करने को कहा था यह पूछे जाने पर अधिकारी ने कोई टिप्पणी नहीं की.
इससे पहले एक नवंबर को सब्सिडी वाली एलपीजी के दाम 4.50 रुपये प्रति सिलेंडर बढ़ाकर 495.69 रुपये किया था. सरकार ने पिछले साल सार्वजनिक तेल कंपनियों से कहा था कि वह हर महीने कीमत बढ़ाएं ताकि पूरी सब्सिडी को मार्च 2018 तक समाप्त किया जा सके.