रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल की अध्यक्षता वाली छह सदस्यीय मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने पिछले सप्ताह प्रमुख नीतिगत दर रेपो को 6 प्रतिशत पर स्थिर रखा.
बाजार विशेषज्ञों के अनुसार आगामी सप्ताह के दौरान गुजरात चुनाव की स्थिति, औद्योगिक उत्पादन और मुद्रास्फीति आंकड़ों पर शेयर बाजारों की चाल निर्भर करेगी. इसके अलावा वाहन विनिर्माताओं के संगठन की ओर से वाहन बिक्री के आंकड़े भी जारी किये जायेंगे. इसका भी बाजार पर असर दिखने की संभावना है. गुजरात विधानसभा चुनावों के पहले चरण का मतदान 9 दिसंबर को हो चुका है. बाजार को अब दूसरे चरण के मतदान की प्रतीक्षा है. दूसरे चरण का मतदान 14 दिसंबर को होना है. इसके बाद 18 दिसंबर को मतगणना होगी.
जियोजित फाइनेंसियल सविर्सिज के मुख्य बाजार रणनीतिकार आनंद जेम्स ने कहा, ‘‘ …… निवेशक बाजार में अपनी स्थिति मजबूत करने से पहले गुजरात चुनाव को लेकर स्पष्टचता चाहेंगे.’’ सप्ताह के दौरान औद्योगिक उत्पादन वृद्धि के आंकड़े और मुद्रास्फीति के आने वाले आंकड़े भी महत्वपूर्ण होंगे. इन पर भी बाजार की नजर रहेगी. इसके अलावा भारतीय आटोमोबाइल विनिर्माता सोसायटी (सियाम) के जारी होने वाले ऑटोमोबाइल बिक्री के आंकड़ों का भी बाजार को इंतजार रहेगा.
एपिक रिसर्च के सीईओ मुस्तफा नदीम के अनुसार आटोमोबाइल क्षेत्र के शेयरों का प्रदर्शन अच्छा रहने की उम्मीद है. कारोबार के वर्षांत बिक्री आंकड़े उनकी कुल बिक्री के आंकड़ों को बेहतर करने में मदद करेंगे. इसके साथ ही कारों के दाम में आने वाले महीनों में होने वाली वृद्धि से कंपनियों का मार्जिन और बेहतर होने का अनुमान है.
सप्ताह के दौरान मंगलवार (12 दिसंबर) को औद्योगिक उत्पादन वृद्धि के आंकड़े जारी होंगे. इसके साथ ही थोक मुद्रास्फीति और एक दिन बाद खुदरा मुद्रास्फीति के आंकड़े भी जारी होंगे. सितंबर में औद्योगिक उत्पादन वृद्धि 3.8 प्रतिशत और अकेले विनिर्माण क्षेत्र की उत्पादन वृद्धि 3.4 प्रतिशत रही थी. अक्तूबर 2017 में थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति 3.59 प्रतिशत रही जो कि पिछले पांच महीने में सर्वाधिक रही. खुदरा मुद्रास्फीति भी अक्तूबर में पिछले सात महीने में सबसे ऊंची रहकर 3.58 प्रतिशत पर पहुंच गई.
रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल की अध्यक्षता वाली छह सदस्यीय मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने पिछले सप्ताह प्रमुख नीतिगत दर रेपो को 6 प्रतिशत पर स्थिर रखा. हालांकि समिति ने चालू वित्त वर्ष की शेष अवधि के लिये मुद्रास्फीति के अनुमान को मामूली बढ़ाकर 4.3-4.7 प्रतिशत कर दिया. पिछले सप्ताह की समाप्ति पर मुंबई शेयर बाजार का संवेदी सूचकांक साप्ताहिक आधार पर 417.36 अंक बढ़ गया, जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 143.85 अंक यानी 1.42 प्रतिशत ऊंचा रहा.