दिल्ली के निर्भया कांड के बारे में सोचकर ही रुह कांपने लगती है. 16 दिसंबर 2012 की रात दिल्ली की सड़कों पर पांच लोगों ने 23 साल की निर्भया के साथ क्रूर तरीके से सामूहिक दुष्कर्म किया था.
दिल्ली के निर्भया कांड के बारे में सोचकर ही रुह कांपने लगती है. 16 दिसंबर 2012 की रात दिल्ली की सड़कों पर पांच लोगों ने 23 साल की निर्भया के साथ क्रूर तरीके से सामूहिक दुष्कर्म किया था. मौत से 13 दिन तक जूझती हुई निर्भया ने सिंगापुर में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था. ऐसे क्रूर अपराध पर रोक लगाने के लिए हैदराबाद के 17 वर्षीय लड़के ने एक अनोखा अविष्कार किया है. दरअसल सिद्धार्थ मंडल नाम के इस लड़के ने लड़कियों और महिलाओं को रेप या अन्य किसी प्रकार की हिंसा से बचाने के लिए यह पहल की है.
परिजनों को तुरंत मिलेगी घटना की जानकारी
सिद्धार्थ मंडल ने लड़कियों के लिए ऐसा फुटवियर तैयार किया है जिससे लड़की को छूने वाले को करंट लगेगा. साथ ही फुटवियर में ऐसा सेंसर लगाया गया है जो घटना का अंदेशा होते ही पुलिस और लड़की के परिजनों को तुरंत घटना की जानकारी देगा. इस फुटवियर को उन्होंने ‘ElectroShoe’ नाम दिया है. सिद्धार्थ का दावा है कि यदि किसी भी लड़की ने इस चप्पल को पहना तो उसके साथ कोई छेड़खानी नहीं कर सकता.
मां ने भी मार्च में हिस्सा लिया
निर्भया कांड को याद करते हुए सिद्धार्थ कहते हैं कि जब दिल्ली में यह शर्मनाक घटना हुई उस समय मेरी उम्र 12 साल थी. मुझे बखूबी याद है उस दौरान मां निर्भया को न्याय दिलाने के लिए आयोजित होने वाले मार्च में हिस्सा लेती थीं. करीब 500 लोगों ने हफ्तों तक निर्भया और उसके परिवार के पक्ष में प्रदर्शन किया था. मैंने मां से पूछा कि क्या मैं प्रदर्शन में उनके साथ चल सकता हूं.
इस घटना ने मुझे झकझोर दिया
इसके बाद मैंने भी निर्भया के लिए होने वाले प्रदर्शन में हिस्सा लेना शुरू कर दिया. इस दौरान निर्भया कांड ने दुनिया के साथ ही मुझे झकझोर दिया. इसे देखकर उन्हें लगा कि लड़कियों की सुरक्षा के लिए कुछ ऐसा करना चाहिए कि लड़कियां खुद अपनी सुरक्षा कर सकें क्योंकि हर जगह पुलिस मौजूद नहीं होती.
हिंसक घटनाओं को रोकने में कारगर
इसके बाद सिद्धार्थ ने अपने जानकारी और इंटरनेट के आधार पर कुछ नया करने की कोशिश की. अंत में मैं अपने दोस्त अभिषेक के साथ कुछ ऐसा अविष्कार करने में कामयाब हुआ जो महिलाओं के प्रति होने वाली हिंसक घटनाओं को रोकने में कारगर साबित होगा.
फुटवियर की खासियत
सिद्धार्थ की तरफ से तैयार किया गया यह फुटवियर दिखने में आम फुटवियर की तरह है. लेकिन इसकी खूबियां गजब हैं. सिद्धार्थ के इस प्रयास की तेलंगाना के शिक्षा मंत्री और उप-मुख्यमंत्री कदियम श्रीहरी ने भी प्रशंसा की थी. साथ ही उन्होंने सिद्धार्थ के नाम लेटर ऑफ एप्रिसिएशन जारी किया है. किस भी लड़की के इसे पहनने पर यह पता नहीं चलेगा कि उसने आम फुटवियर पहना है ‘ElectroShoe’ फुटवियर.
लड़की के चलने से चार्ज होगा फुटवियर
इसे फुटवियर को चार्ज करने के लिए बिजली और बैटरी की भी जरूरत नहीं पड़ेगी. यह लड़की के चलने से ही चार्ज हो जाएगा. सिद्धार्थ ने यह टेस्ट खुद एक लड़की पर करके देखा है जो बिल्कुल सही हुआ. इसे पहनने के बाद बाहर निकलते समय लड़कियों को यह जांचना जरूरी है कि बैटरी चार्ज है या नहीं. इस फुटवियर को पहनने के बाद लड़की को छूने वाले को 0.1amp करंट का झटका लगेगा. साथ ही यह पुलिस और लड़की के परिजनों को सटीक लोकेशन की भी जानकारी देगा.