आमतौर पर भारतीय परिवारों में किसी न किसी सदस्य की भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) की पॉलिसी रहती है. लेकिन शायद ही आपको यह जानकारी हो कि यह भविष्य सुरक्षित जीवन बनाएं रखने के साथ ही सस्ता लोन लेने के काम भी आती है.
आमतौर पर भारतीय परिवारों में किसी न किसी सदस्य की भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) की पॉलिसी रहती है. लेकिन शायद ही आपको यह जानकारी हो कि यह भविष्य सुरक्षित जीवन बनाएं रखने के साथ ही सस्ता लोन लेने के काम भी आती है. एलआईसी की पॉलिसी आपको निवेश, कर लाभ और लोन की भी सुविधा देती है. आमतौर पर लोगों में यही धारणा है कि लोन सिर्फ आपकी व्यक्तिगत कमाई के आधार पर ही मिलता है. लेकिन हम आपको बता दें कि एलआईसी की पॉलिसी पर आप लोन ले सकते हैं और वह भी बाजार रेट से कम पर. आपको बता दें कि भारतीय जीवन बीमा निगम से ली गई पॉलिसी पर आप लोन ले सकते हैं.
ऐसे मिलेगा पॉलिसी पर लोन
आपको बता दें कि आज के समय में सभी सरकारी और निजी सेक्टर के बैंक, बीमा पॉलिसी पर लोन की सुविधा देते हैं. हालांकि यहां यह ध्यान देने वाली बात है कि बीमा पॉलिसी पर मिलने वाला लोन, पर्सनल लोन की तरह कम होता है लेकिन आसानी से मिल जाता है. इस लोन को लेने के दौरान बीमा पॉलिसी को गांरटी के तौर पर बैंक के पास रखना होता है. लोन अमाउंट पॉलिसी की सरेंडर वैल्यू पर निर्भर कता है. उदाहरण के लिए यदि आपकी पॉलिसी की सरेंडर वैल्यू एक लाख रुपए हैं तो आपको 80 रुपए तक का लोन आसानी से मिल जाएगा. इतना ही नहीं यह लोन अन्य बैंकों के हिसाब से कम ब्याज दर पर भी होगा.
किन पॉलिसी पर मिल सकेगा लोन
यहां यह भी ध्यान देने वाली बात है कि सभी बीमा पॉलिसी पर लोन नहीं मिलता. ग्राहक को एलआईसी के एंडोमेंट प्लान के तहत लोन फैसेलिटी मिलती है. इन पर सरकारी और निजी बैंक दोनों ही लोन देने के लिए तैयार हो जाते हैं. इसके अलावा आपको ब्याज समेत लोन लौटाने के साथ ही बैंक की तरफ से यह विकल्प भी दिया जाता है कि आप ब्याज का भुगतान करें और लोन की रकम दावा भुगतान के समय काटने के लिए कहें.
इन दस्तावेजों की जरूरत
यदि आप भी बीमा पॉलिसी पर लोन लेना चाहते हैं तो इसके लिए शुरुआत में आपको आवेदन पत्र भरना होगा. इसके बाद आपसे पॉलिसी की मूल प्रति को बैंक जमा करवाएगा. साथ ही पॉलिसी से मिलने वाले सभी लाभों को लोन की अवधि के दौरान, बैंक या कंपनी में जमा रखा जाएगा. इसके लिए बाकायदा आपसे पेपर्स पर साइन कराए जाते हैं. जब तक आप लोन की राशि को चुकता नहीं कर देते तब तक पॉलिसी जमानत के तौर पर रहती है. इसके अलावा बैंक पॉलिसी की भविष्य में जमा की जाने वाली प्रीमियम की रसीद भी मांगता है.
कितनी ब्याज दर पर मिलता है लोन
बीमा पॉलिसी पर मिलने वाले लोन की ब्याज दर का निर्धारण भुगतान किए गए प्रीमियम और दिए जाने वाले प्रीमियम की संख्या पर निर्भर करता है. इस पर ब्याज दर साधारण लोन पर लगने वाली ब्याज दर से कम होती है. आपको बता दें कि भारतीय जीवन बीमा निगम की वर्तमान ब्याज दर 9 प्रतिशत हैं. वहीं बैंक से लोन लेने पर आपको 10 से 14 प्रतिशत ब्याज का भुगतान करना पड़ता है.
ऐसे किया जाता है लोन का भुगतान
बीमा पॉलिसी पर लिए जाने वाले लोन का भुगतान अन्य लोन की तरह किश्तों में किया जाता है. यह कंपनी या बैंक की पॉलिसी के अनुसार अलग-अलग होता है. इसकी न्यूनतम अवधि 6 महीने होती है. कई कंपनियां और बैंक बचे हुए पॉलिसी टर्म के हिसाब से भी लोन ऑफर करती हैं.