सौ रुपये किलोग्राम से कम के पोषक बिस्कुट का बाजार 9,000 करोड़ रुपये का है. यह 25,000 करोड़ रुपये के संगठित बिस्कुट बाजार का 35 प्रतिशत बैठता है.
बिस्कुट एवं कनफेक्शनरी कंपनी पारले प्रोडक्ट्स ने 2018 की पहली तिमाही में अपने ग्लूकोज, मेरी और मिल्क बिस्कुट के दाम चार से पांच प्रतिशत बढ़ाने की योजना बनाई है. कंपनी के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. पारले प्रोडक्ट्स श्रेणी के प्रमुख मयंक शाह ने यहां कहा कि अभी तक हमने कीमत वृद्धि पर फैसला नहीं किया है, लेकिन करों में बढ़ोतरी की वजह से हम दाम बढ़ाने पर विचार कर रहे हैं. शाह ने कहा, ‘‘यह अगले साल की पहली तिमाही जनवरी-मार्च में होगा. 100 रुपये प्रति किलोग्राम से कम के ब्रांड की कीमतों में चार से पांच प्रतिशत का इजाफा हो सकता है.’’
उन्होंने कहा कि मुख्य रूप से ग्लूकोज, मिल्क और मेरी श्रेणियों में दाम बढ़ सकते हैं. उन्होंने कहा कि एक बार में कंपनी एक श्रेणी के दाम बढ़ाने पर विचार करेगी. कंपनी के प्रमुख ब्रांड पारले जी, बेकस्मिथ इंग्लिश मेरी और मिल्क शक्ति ब्रांड के दाम में इजाफा हो सकता है. माल एवं सेवा कर (जीएसटी) के क्रियान्वयन के बाद कंपनी ने अपने इन उत्पादों के दाम नहीं बढ़ाए हैं.
जीएसटी के तहत 100 रुपये किलोग्राम से कम के (ग्लूकोज श्रेणी सहित) और 100 रुपये किलोग्राम से अधिक के बिस्कुटों को 18 प्रतिशत के स्लैब में रखा गया है. पहले 100 रुपये किलोग्राम से कम के बिस्कुट पर उत्पाद शुल्क नहीं लगता था, लेकिन इन पर प्रभावी कर दर 9 से 10 प्रतिशत थी. सौ रुपये किलोग्राम से कम के पोषक बिस्कुट का बाजार 9,000 करोड़ रुपये का है. यह 25,000 करोड़ रुपये के संगठित बिस्कुट बाजार का 35 प्रतिशत बैठता है.