आधार अथॉरिटी ने साफ किया है कि टेलीकॉम कंपनियों को आधार से जुड़ी कोई भी प्रक्रिया करने से पहले ग्राहक को बताना होगा कि उसका आधार किस काम के लिए उपयोग किया जा रहा है.
हमेशा याद रखा जाना चाहिए कि आधार कार्ड का यूज आपकी मर्जी के बिना किसी भी काम के लिए नहीं किया जा सकता है. आप कहीं भी अपनी आधार डिटेल दें, तो ये जानना आपका अधिकार है कि आपके आधार का यूज कहां होगा और कैसे होगा.
आपके आधार का कहां-कहां यूज किया गया है. इसका पता आप आसानी से लगा सकते हैं. इसके लिए आप आधार अथॉरिटी यूआईडीएआई की वेबसाइट पर जा सकते हैं और यहां ‘चेक आधार वेरीफिकेशन हिस्ट्री’ पर क्लिक करना होगा.
यहां आधार डिटेल डालते ही आपको पता चल जाएगा कि आपका आधार नंबर कहां और किस काम के लिए यूज किया गया है. इसके साथ ही ये भी जान लीजिए कि आप अपने आधार को सुरक्षित कैसे रख सकते हैं. इसकी सुविधा भी आधार अथॉरिटी की वेबसाइट पर आपको दी गई है.
जब कभी आपको लगे कि आपके आधार के गलत यूज हो सकता है, तो आपका अपना बायोमैट्रिक लॉक कर सकते हैं. बायोमैट्रिक आपके फिंगरप्रिंट के लिए कहा जाता है.
बायोमैट्रिक लॉक करने के बाद कोई भी आपके आधार का गलत यूज नहीं कर पाएगा. इसे लॉक करने के लिए आप यूआईडीएआई की वेबसाइट पर जाएं और वहां ‘लॉक-अनलॉक बायोमैट्रिक्स’ का विकल्प चुनें.
यहां जरूरी डिटेल डालने के बाद आप आसानी से अपना बायोमैट्रिक लॉक कर सकते हैं. बायोमैट्रिक लॉक करने के बाद आप इसे आसानी से अनलॉक भी कर सकते हैं.
ध्यान रखिये जब आपका बायोमैट्रिक लॉक होता है, तो आप अपने आधार को कहीं भी यूज नहीं कर पाएंगे. इसलिए जब आपको लगे कि अब आपका आधार सुरक्षित है, तो इसे अनलॉक कर दीजिए.
अनलॉक करने के लिए भी आपको ऊपर दिए गए विकल्प को ही चुनना है. जिस तरह आपने इसे लॉक किया था, उसी तरह डिटेल डालने के बाद यह अनलॉक भी हो जाएगा.