दरअसल, सरकार ने पब्लिक सेक्टर बैंक यानी सरकारी बैंकों की सेहत सुधारने के लिए सरकार ने रोड मैप पेश किया है.
सरकारी बैंकों के लिए सरकार ने करीब एक लाख करोड़ के पैकेज का ऐलान किया है. वित्त मंत्री ने बुधवार शाम प्रेस कॉन्फ्रेंस कर किस बैंक को कितनी पूंजी दी जाएगी इसका ऐलान किया. साथ ही वित्त मंत्री ने यह भी कहा कि किसी भी सरकारी बैंक को डूबने नहीं दिया जाएगा. सरकारी बैंकों के साथ सरकार खड़ी है. बैंकों में जमा लोगों का पैसा सुरक्षित रहेगा. दरअसल, सरकार ने पब्लिक सेक्टर बैंक यानी सरकारी बैंकों की सेहत सुधारने के लिए सरकार ने रोड मैप पेश किया है. सरकार ने पीएसयू बैंकों में करीब 1 लाख करोड़ रुपए की पूंजी डालेगी.
बैंकों में लोगों का पैसा सुरक्षित
1. बैंकों की गलती से फ्रॉड होने पर ग्राहकों को 10 दिनों में रकम वापस होगी.
2. बैंकों को अकाउंट खोलने के लिए App को प्रोमोट करना होगा.
3. सरकार: खाताधारकों का पैसा बैंकों में पूरी तरह सुरक्षित
4. बैंकों को सेवाएं सुधारनी होंगी, आसान बनानी होंगी
सरकार ने किए ये 7 बड़े ऐलान
1. सरकारी बैंकों को 88,139 करोड़ के राहत पैकेज का ऐलान
2. बॉन्ड्स के ज़रिए सरकारी बैंकों की माली हालत सुधारी जाएगी
3. बैंकों को रकम प्रदर्शन, ज़रूरत के आधार पर दी जाएगी
4. बैंकों को अपने नॉन-कोर असेट से पैसा कमाना होगा
5. बड़ी कंपनियों, ग्रुप के लोन कुल एक्सपोज़र का 10% से अधिक नहीं
6. 250 करोड़ से ऊपर के लोन पर स्पेशल निगरानी रहेगी
7. बैंकों को कुछ ही क्षेत्रों में फोकस करने की हिदायत
बड़े लोन की मॉनिटरिंग
1. बैंकों को खुद ही SME की ग्रोथ को बढ़ाना होगा
2. रिकैपिटलाइजेशन बैंकों के प्रदर्शन पर निभर्र करेगा
3. बैंकों को अपने नॉन कोर एसेट को बेचना होगा
4. 250 करोड़ रुपए से ऊपर के लोन की स्पेशल मॉनिटरिंग होगी
5. बड़े कॉर्पोरेट लोन के लिए एक्सपोजर 10% ही रखना होगा
क्या है बैंकों में पूंजी डालने का मकसद
1. पीएसयू बैंकों में पूंजी डालने का अहम मकसद SME को कर्ज का प्रवाह बढ़ाना है
2. पीएसयू बैंकों की वित्तीय सेहत को बेहतर बनाना
3. पीएसयू बैंकों को गवर्नेंस के उच्चतम मानकों को पालन करना होगा
4. बैंकिंग सेक्रेटरी ने कहा कि सरकार चाहती है कि पीएसयू बैंक जिम्मेदारी के साथ कर्ज दें.
5. पीएसयू बैंकों को विदेशों में अपने ऑपरेशन को अधिक तार्किक बनाने की जरूरत है.
किस बैंक में कितनी पूंजी डालेगी सरकार
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया: 8800 करोड़ रुपए
पंजाब नेशनल बैंक: 5470 करोड़ रुपए
बैंक ऑफ बड़ौदा: 5375 करोड़ रुपए
IDBI बैंक: 10610 करोड़ रुपए
बैंक ऑफ इंडिया: 9232 करोड़ रुपए
यूको बैंक: 6507 करोड़ रुपए
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया: 5158 करोड़ रुपए
इंडियन ओवरसीज बैंक: 4694 करोड़ रुपए
ओरिंटल बैंक ऑफ कॉमर्स: 3571 करोड़ रुपए
देना बैंक: 3045 करोड़ रुपए
बैंक ऑफ महाराष्ट्र: 3173 करोड़ रुपए