उम्मीद की जा रही है कि इस बार बजट में सरकार सोशल सिक्युरिटी अथॉरिटी बनाने की घोषणा कर सकती है. सूत्रों के मुताबिक केंद्र सरकार इस अथॉरिटी के जरिए निवेश और बीमा से जुड़ी सभी सोशल सिक्योरिटी स्कीम्स को एक ही छत के नीचे लाना चाहती है.
इस बार का बजट मोदी सरकार के लिए काफी चुनौती भरा हो सकता है. एक तरफ अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए चुनौती है तो दूसरी ओर आम चुनाव से पहले सरकार का आखिरी पूर्ण बजट होने के नाते इसे लोकलुभावन भी बनाने का दवाब है. इस बीच उम्मीद की जा रही है कि इस बार बजट में सरकार सोशल सिक्युरिटी अथॉरिटी बनाने की घोषणा कर सकती है. सूत्रों के मुताबिक केंद्र सरकार इस अथॉरिटी के जरिए निवेश और बीमा से जुड़ी सभी सोशल सिक्योरिटी स्कीम्स को एक ही छत के नीचे लाना चाहती है.
यह होगा फायदा
यदि ऐसा होता है तो इसका सीधा फायदा आम आदमी को मिलेगा. सोशल सिक्युरिटी अथॉरिटी बनने के बाद निवेश्क को अपनी उम्र और जरूरत के हिसाब से हर तरह की सरकारी योजनाओं की जानकारी एक ही जगह मिलेगी. माना जा रहा है कि इससे धन और समय दोनों की बचत होगी. सूत्रों का यह भी दावा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोशल सिक्युरिटी अथॉरिटी में खासतौर पर दिलचस्पी ले रहे हैं.
भटकने से मिलेगा छुटकारा
सोशल सिक्युरिटी अथॉरिटी शुरू होने के बाद आपको डाक घर, ईपीएफ, पीएफ, पीपीएफ, इंश्योरेंस के साथ अन्य बचत योजनाओं की जानकारी एक ही जगह मिल जाएगी. इसके अलावा वरिष्ठ नागरिकों, महिलाओं और बच्चों के लिए दूसरी सभी सरकारी योजनाओं के लिए अलग-अलग जगहों पर जाने की जरूरत भी नहीं होगी. अभी यदि आप किसी स्कीम में निवेश करना चाहते हैं तो उसकी जुड़ी जानकारी या अन्य कार्यों के लिए आपको अलग-अलग भटकना होता है.
सूत्रों का यह भी कहना है कि अथॉरिटी में ही आपको निवेश और बीमा से जुड़ी सभी शिकायतों और परेशानियों का समाधान भी मिलेगा. यहां पर आपको सलाह के अलावा इनवेस्टमेंट और इंश्योरेंस स्कीम खरीदने की सुविधा भी मिलेगी.