माना जा रहा है कि सरकार इस बार टैक्स स्लैब में छूट बढ़ा सकती है.जिसका फायदा नौकरीपेशा लोगों को मिलेगा.
वित्त मंत्री अरुण जेटली आज अपनी सरकार का अंतिम पूर्णकालिक बजट पेश करेंगे. जेटली के पिटारे से किसके लिए क्या निकलेगा इसका सभी को इंतजार है. लेकिन सरकार के बजट का सबसे ज्यादा किसी पर असर नौकरीपेशा तबके पर (Service Class) पड़ता है. माना जा रहा है कि सरकार इस बार टैक्स स्लैब में छूट बढ़ा सकती है.जिसका फायदा नौकरीपेशा लोगों को मिलेगा. आपको बताते हैं कि नौकरीपेशा को वित्त मंत्री से क्या चाहिए?
बजट में नौकरीपेशा को क्या चाहिए?
1. टैक्स छूट की सीमा बढ़ाई जाए
2. टैक्स फ़्री इनकम 5 लाख हो
3. टैक्स स्ट्रक्चर में 10% का स्लैब हो
4. स्टैंडर्ड डिडक्शन को वापस लाया जाए
5. होम लोन ब्याज पर टैक्स छूट 3 लाख हो
6. महिलाओं के लिए टैक्स छूट सीमा बढ़ाई जाए
7. इलाज पर ख़र्च टैक्स फ़्री हो
8. मेडिकल रिइम्बर्समेंट की सीमा बढ़े
9. बच्चों की शिक्षा पर बढ़ते ख़र्च पर मिले राहत
10. छोटे शहरों में भी HRA पर टैक्स छूट बढ़े
11. EPFO से न्यूनतम पेंशन 1 हज़ार बढ़ाकर 3 हज़ार हो
आपको बता दें कि गुजरात में हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में देखने को मिला कि भाजपा का ग्रामीण वोट बैंक छिटक रहा है जिसे ध्यान में रखते हुए जेटली अपने बजट में कृषि क्षेत्र के लिए कुछ प्रोत्साहन भी ला सकते हैं. इसी तरह लघु उद्योगों के लिए भी रियायतें आ सकती हैं क्योंकि इस खंड को भाजपा के प्रमुख समर्थक के रूप में देखा जाता है. जेटली माल व सेवा कर (जीएसटी) के कार्यान्वयन से इस वर्ग को हुई दिक्कतों को दूर करने के लिए कुछ कदमों की घोषणा कर सकते हैं.
इसके साथ ही आयकर छूट सीमा बढ़ाकर आम आदमी को कुछ राहत देने का प्रयास भी बजट में किया जा सकता है. राजमार्ग जैसी ढांचागत परियोजनाओं के साथ साथ रेलवे के आधुनिकीकरण के लिए अधिक आवंटन किया जा सकता है.