2001 से पहले फरवरी माह के आखिरी दिन बजट पेश करने की परंपरा थी. इस हिसाब से मोरारजी देसाई ने 1964 और 1968 का बजट पेश किया था.
26 जून 1975 को तत्कालीन इंदिरा गांधी की सरकार ने देश में आपातकाल लागू कर दिया. विपक्ष के प्रमुख नेता सरकार का विरोध न कर सकें, इसलिए उन्हें जेल में डाल दिया गया. लगभग ढाई वर्षों की इमरजेंसी के बाद देश में आम चुनाव हुए. जनता ने देश को काले दिन दिखाने वाली कांग्रेस पार्टी को चुनाव में करारी शिकस्त दिलाई. जनता पार्टी की सरकार बनी. प्रधानमंत्री बने मोरारजी भाई देसाई. कांग्रेस पार्टी के पुराने नेता रहे मोरारजी देसाई देश के पहले प्रधानमंत्री पं. जवाहरलाल नेहरू की सरकार में भी मंत्री रह चुके थे. इन्हीं मोरारजी देसाई के नाम सबसे ज्यादा बार वित्त मंत्री रहते हुए बजट पेश करने का रिकॉर्ड है.
मोरारजी देसाई ने सर्वाधिक 10 बार बजट पेश किया. इसमें आम बजट और अंतरिम बजट शामिल है. मोरारजी देसाई ने 1959-60 से 1963-64 के बीच 5 बार, 1967-68 से 1969-70 के बीच 3 बार, 1962-63 और 1967-68 के अंतरिम बजट पेश किया था. मोरारजी देसाई ने दो बार अपने जन्मदिन पर बजट पेश किया. उन्होंने वर्ष 1964 और 1968 में 29 फरवरी के दिन देश का वार्षिक बजट पेश किया.
दरअसल, मोरारजी देसाई का जन्म 29 फरवरी 1896 को गुजरात के वलसाड में हुआ था. 2001 से पहले फरवरी माह के आखिरी दिन बजट पेश करने की परंपरा थी. इस हिसाब से मोरारजी देसाई ने 1964 और 1968 का बजट पेश किया था. उनके अलावा प्रणब मुखर्जी, पी. चिदंबरम, यशवंत सिन्हा, वाई. बी. चाह्वान ने 7 बार बजट पेश किए हैं.