जेट एयरवेज ने वहां की उड़ान बदलने या यात्रा रद्द करने वाले यात्रियों पर दंड शुल्क हटा लिया है.
अप्रत्याशित भारी बारिश के कारण तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई और उसके आसपास के इलाकों में जनजीवन पर प्रभाव को देखते हुए निजी विमानन सेवा कंपनी जेट एयरवेज ने वहां की उड़ान बदलने या यात्रा रद्द करने वाले यात्रियों पर दंड शुल्क हटा लिया है. विमानन कंपनी ने विज्ञप्ति जारी करके कहा, “चेन्नई में खराब मौसम को देखते हुए, जेट एयरवेज ने कन्फर्म टिकट वाले यात्रियों के लिए तिथि/ उड़ान परिवर्तन, धन वापसी और किराए में बदलाव पर लगने वाले शुल्क से छूट की समयसीमा और बढ़ा दी है.”
यह छूट तत्काल प्रभाव से चेन्नई से यात्रा करने या आने वाले यात्रियों पर लागू है. जेट एयरवेज ने यात्रियों को सलाह दी है कि उड़ानों के बारे में जानकारी के लिए वेबसाइट पर या फिर कॉल सेंटर पर पूछताछ करें. उल्लेखनीय है कि भारी बारिश की वजह से चेन्नई और उसके आसापास के इलाके में जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. विद्यालयों और महाविद्यालयों में अवकाश घोषित कर दिया गया है जबकि सूचना प्रौद्योगिकी कंपनियों के कर्मचारियों को घर से काम करने की सलाह दी है.
वहीं दूसरी ओर तमिलनाडु में चेन्नई और आस-पास के जिलों में रातभर हुई मूसलाधार बारिश से जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है. मरीना बीच इलाके में भी 30 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई. चेन्नई, कांचीपुरम और तिरुवल्लूर जिलों में आज भी स्कूल तथा कॉलेज बंद रहे. यहां 31 अक्तूबर से स्कूल और कॉलेज बंद हैं. तमिलनाडु सरकार ने निजी कंपनियों से अपील की कि वह अपने कर्मचारियों को घर से काम करने की इजाजत दें. शहर में शुक्रवार (3 नवंबर) को सुबह से बारिश नहीं हुई है. हालांकि आसमान पूरी तरह बादलों से घिरा रहा.
तमिलनाडु में बारिश से उत्पन्न स्थिति से निपटने में अन्नाद्रमुक शासन की आलोचना के बीच मुख्यमंत्री के.पलानीस्वामी ने शुक्रवार (3 नवंबर) को शहर के विभिन्न हिस्सों और इसके उपनगरों का दौरा किया और कहा कि उनकी सरकार ‘युद्ध स्तर’ पर काम कर रही है. उपमुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री ने शहर के बाहरी क्षेत्रों में आर के नगर और पेरूनगालाथुर का दौरा किया.
उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘चेन्नई कॉरपोरेशन (लिमिट) और कांचीपुरम जिले में ऐसे निचले इलाकों की पहचान की गयी है जहां पानी भरा हुआ है. कर्मचारियों ने (यहां) युद्ध स्तर पर काम किया और भरे हुए पानी को हटाया.’ पलानीस्वामी ने कहा, ‘लोगों ने मुझे जलभराव के मुद्दे का स्थायी समाधान निकालने के लिए कहा है.