केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली गुरुवार को मोदी सरकार का पूर्णकालिक बजट पेश करेंगे. 2019 में होने वाले चुनाव से पहले आने वाले बजट को लोकलुभावन बनाने पर सरकार का ध्यान रहेगा.
केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली गुरुवार को मोदी सरकार का पूर्णकालिक बजट पेश करेंगे. 2019 में होने वाले चुनाव से पहले आने वाले बजट को लोकलुभावन बनाने पर सरकार का ध्यान रहेगा. वित्त मंत्री अरुण जेटली आज लगातार 5वीं बार आम बजट पेश करेंगे. देश ही नहीं पूरी दुनिया की नजरें वित्त मंत्री अरुण जेटली के पिटारे से निकलने वाली सौगात पर होगी. वह बजट में क्या घोषणाएं करेंगे इसकी तस्वीर तो 11 बजे शुरू होने वाले बजट भाषण के बाद ही साफ हो पाएगी. लेकिन इससे पहले ही वित्त मंत्री का कार्यक्रम सुबह से ही शुरू हो जाएगा और वह शाम तक वह व्यस्त रहेंगे.
ऐसा रहेगा दिनभर का कार्यक्रम
वित्त मंत्री अरुण जेटली अब से कुछ देर बाद वित्त मंत्रालय पहुंच जाएंगे. यहां वह मंत्रालय के अधिकारियों के साथ चर्चा करेंगे और फिर राष्ट्रपति भवन के लिए रवाना हो जाएंगे. राष्ट्रपति भवन में वह राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात करेंगे और बजट की कॉपी पर राष्ट्रपति के हस्ताक्षर लेंगे. इसके बाद वह यहां से सीधे संसद के लिए रवाना होंगे.
10 बजे पहुंचेंगे संसद भवन
वित्त मंत्री के संसद भवन पहुंचने तक बजट की कॉपियां भी कड़ी सुरक्षा में संसद पहुंच जाएंगी. सघन जांच के बाद इन्हें संसद के भीतर लेकर जाया जाएगा. इसके बाद वित्त मंत्री सुबह करीब 10 बजे संसद पहुंचेंगे. यहां वित्त मंत्री सबसे पहले कैबिनेट मीटिंग में शामिल होंगे. इस दौरान बजट कैबिनेट को दिखाया जाएगा और कैबिनेट बजट को अपनी मंजूरी देगा.
11 बजे शुरू होगा बजट भाषण
कैबिनेट से बजट को मंजूरी मिलने के कुछ देर बाद वह सदन में पहुंचेंगे और करीब 11 बजे वह बजट को लोकसभा में रखेंगे. इसके बाद बजट भाषण शुरू हो जाएगा. बजट भाषण के दो घंटे के होने की उम्मीद है. हालांकि बजट भाषण खत्म होने में कितना समय लगेगा, ये पूरी तरह से वित्त मंत्री अरुण जेटली पर निर्भर करेगा. बजट भाषण खत्म होने के बाद प्रेस कांफ्रेंस का दौर शुरू हो जाएगा.
4 बजे हो सकती है प्रेस कांफ्रेंस
वित्त मंत्री करीब 4 बजे प्रेस कांफ्रेंस कर सकते हैं. प्रेस कांफ्रेंस में वह सवालों के जवाब देंगे और बजट को लेकर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करेंगे. बजट भाषण होने के बाद देश के आम लोगों के साथ ही नेताओं और कारोबारियों की भी प्रतिक्रियाएं आने लगेंगी. पीएम मोदी समेत सरकार के अन्य नेता भी बजट को लेकर अपनी राय रखेंगे. वहीं विपक्षी दल से जुड़े लोग भी बजट की खामियां और खूबियों पर बात करेंगे.