1 फरवरी को पेश होने वाले बजट से पहले अनुमान लगाना शुरू हो गया है. बजट में जेटली की पोटली से क्या निकलेगा ये तो वक्त ही बताएगा. लेकिन, उससे पहले ही टैक्स कंसल्टेंट्स ने सर्वे शुरू कर दिया है.
1 फरवरी को पेश होने वाले बजट से पहले अनुमान लगाना शुरू हो गया है. बजट में जेटली की पोटली से क्या निकलेगा ये तो वक्त ही बताएगा. लेकिन, उससे पहले ही टैक्स कंसल्टेंट्स ने सर्वे शुरू कर दिया है. उम्मीद है कि इस बार इनकम टैक्स में छूट का दायरा बढ़ाया जा सकता है. नए स्लैब के जरिए सरकार बड़ी छूट का एलान कर सकती है. यह बात सर्वे में सामने आई है कि व्यक्तिगत टैक्सपेयर्स को राहत देने के लिए सरकार बजट 2018-19 में इनकम टैक्स स्लैब और रेट में बदलाव किया जा सकता है. वहीं, डिविडेंड की मौजूदा टैक्सेशन में किसी भी तरह के बदलाव की उम्मीद नहीं है. टैक्स कंसल्टेंट EY के प्री बजट सर्वे में यह अनुमान लगाया गया है.
खर्च के लिए हाथ में पैसा चाहते हैं लोग
सर्वे में 69 फीसदी लोगों का यह मानना है कि लोगों के हाथ में खर्च करने के लिए अधिक पैसे रहे, इसके लिए सरकार टैक्सेशन के लिए थ्रेसहोल्ड लिमिट बढ़ा सकती है. 59 फीसदी का मानना है कि अलग-अलग तरह के आउटडेटेड डिडक्शन को स्टैंडर्ड डिडक्शन के साथ रिप्लेस किया जाएगा. इससे इम्प्लॉइज पर टैक्स का बोझ कम होगा.
सर्वे में किसको किया शामिल?
EY की ओर से यह सर्वे जनवरी में कराया गया था. इसमें में 150 सीएफओ, टैक्स हेड और सीनियर फाइनेंस प्रोफेशल्स शामिल हुए. सर्वे में शामिल 48 फीसदी लोगों को उम्मीद है कि फाइनेंस मिनिस्टर कॉरपोरेट टैक्स को 25 फीसदी पर करेंगे, लेकिन सरचार्ज जारी रहेगा.
कॉरपोरेट सेक्टर को बड़ी राहत की उम्मीद
सर्वे में 65 फीसदी लोगों को मानना है कि अभी डिविडेंट के मौजूदा टैक्सेशन में किसी तरह के बदलाव की उम्मीद नहीं है. करीब 24 फीसदी की राय है कि कॉरपोरेट टैक्स पर कुल बोझ कम होगा. सरकार टैक्स रेट को 10 फीसदी कर सकती है.