यह पूछे जाने पर कि क्या अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में वृद्धि को देखते हुए सरकार पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में कटौती करेगी, प्रधान ने संवाददाताओं से कहा, ‘देखिये क्या होता है.’
पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने पेट्रोल और डीजल के दाम में वृद्धि से ग्राहकों को राहत देने को लेकर उत्पाद शुल्क में कटौती को लेकर कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया. अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल के दाम में तेजी से घरेलू बाजार में ईंधन का मूल्य बढ़ रहा है. पिछले महीने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में करीब 1.5 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि हुई.
यह पूछे जाने पर कि क्या अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में वृद्धि को देखते हुए सरकार पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में कटौती करेगी, प्रधान ने संवाददाताओं से कहा, ‘देखिये क्या होता है.’ इस सप्ताह ब्रेंट वायदा इस सप्ताह 64.65 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गया था. बाद में इसमें गिरावट आयी. हालांकि इस साल अभी तक अंतराष्ट्रीय बाजार में तेल का भाव लगभग 55 डॉलर प्रति बैरल रहा है.
उल्लेखनीय है कि सरकार ने अक्तूबर में पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में दो रुपये प्रति लीटर की कटौती की थी. इसका मकसद भाव में तेजी से ग्राहकों को कुछ राहत उपलब्ध कराना था. इस कटौती के बाद चार अक्तूबर को दिल्ली में पेट्रोल की कीमत घटकर 68.38 रुपये प्रति लीटर और डीजल 56.89 रुपये लीटर पर आ गयी. उसके बाद कीमत में वृद्धि हुई है और राष्ट्रीय राजधानी में पेट्रोल 69.85 रुपये प्रति लीटर तथा डीजल 58.31 रुपये प्रति लीटर के भाव पर पहुंच गया है.<