अंबानी ने कहा, “एक साल पहले मोबाइल ब्रॉडबैंड के इस्तेमाल के मामले में भारत दुनिया में 150वें नंबर पर था, लेकिन जियो लांच होने के बाद अब यह शीर्ष पर है.”
रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने शुक्रवार (1 दिसंबर) को कहा कि मोबाइल ब्रॉडबैंड के इस्तेमाल के मामले में भारत दुनिया में प्रथम स्थान पर है. उन्होंने बताया कि अमेरिका और चीन से भी ज्यादा लोग भारत में मोबाइल ब्रॉडबैंड का उपयोग कर रहे हैं. एचटी लीडरशिप समिट में अंबानी ने कहा, “एक साल पहले मोबाइल ब्रॉडबैंड के इस्तेमाल के मामले में भारत दुनिया में 150वें नंबर पर था, लेकिन जियो लांच होने के बाद अब यह शीर्ष पर है.”
उनका कहना था कि अगर डाटा नियति है तो नया भारत सचमुच नियति से साक्षात्कार के लिए तैयार है. अर्थव्यवस्था के बारे में चर्चा करते हुए रिलायंस इंस्ट्रीज के प्रमुख ने कहा कि देश का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) अगले दस साल में 2.5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर से बढ़कर सात ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर हो सकता है और सबसे ज्यादा जीडीपी के मामले में दुनिया में भारत दुनिया में छठे स्थान से तीसरे स्थान पर आ सकता है. उन्होंने जोर देकर कहा, “क्या हम अगले दस साल में इसे (जीडीपी) तीन गुना बढ़ाकर सात ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर कर सकते हैं और दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकते हैं? हां, हम कर सकते हैं.”
अंबानी ने कहा, “तेरह साल पहले जब मैंने यहां कहा था कि भारत की अर्थव्यवस्था 500 अरब अमेरिकी डॉलर की है और अगले बीस साल में यह पांच ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की हो जाएगी. आज वह भविष्यवाणी सच लग रही है. सचमुच हम इस लक्ष्य को 2024 से पहले हासिल कर लेंगे.” मुकेश अंबानी ने इस बात पर जोर दिया कि ऊर्जा और प्रौद्योगिकी मानव की प्रगति के लिए अहम हैं और कहा कि वैश्विक शक्ति के रूप में उभरते हुए भारत ने नई प्रौद्योगिकी को अपनाया है.
अंबानी ने कहा, “कोई देश पूरे मन से बगैर नई प्रौद्योगिकी को अपनाए और नई पीढ़ी के ऊर्जा के स्रोतों को बिना अपनाए वैश्विक शक्ति नहीं बन पाया है.” उन्होंने कहा, “चौथी औद्योगिक क्रांति अब हमारे लिए है. संपर्क, संगणन, आंकड़े, कृत्रिम बुद्धिमता इस क्रांति की नींव है.”