इन्फोसिस ने 30 सितंबर, 2017 को खत्म हुई तिमाही में 3,726 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा दर्ज किया है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 3.4 फीसदी अधिक है, तथा पिछली तिमाही की तुलना में यह सात फीसदी ज़्यादा है.
देश के दूसरे सबसे बड़े आईटी आउटसोर्सर इन्फोसिस ने दूसरी तिमाही के नतीजे घोषित किए हैं, जिनमें जुलाई से सितंबर के बीच 3,726 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा दर्ज किया गया है. कंपनी ने हालांकि साल के लिए अपनी ग्रोथ गाइडेंस को घटा दिया है, जिससे शेयर बाज़ारों में कुछ निराशा दिख रही है. अगस्त में कंपनी के चेयरमैन के रूप में सह-संस्थापक नंदन नीलेकणि की वापसी के बाद यह पहले तिमाही नतीजे हैं.
इन्फोसिस ने 30 सितंबर, 2017 को खत्म हुई तिमाही में 3,726 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा दर्ज किया है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 3.4 फीसदी अधिक है, तथा पिछली तिमाही की तुलना में यह सात फीसदी ज़्यादा है. समाचार एजेंसी रॉयटर के मुताबिक, विश्लेषकों ने औसतन इन्फोसिस के 3,523 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाने की उम्मीद की थी. इस अवधि में कंपनी के राजस्व में पिछली तिमाही की तुलना में 2.9 फीसदी की बढ़ोतरी हुई, और वह 17,567 करोड़ रुपये पर पहुंच गया.
इसी दौरान, कंपनी ने चालू वित्तवर्ष के लिए अपनी ग्रोथ गाइडेंस में कटौती की है, और कहा है कि इन्फोसिस का राजस्व 5.5-6.5 फीसदी की दर से बढ़ने की आशा है, जबकि इससे पहले इसे 6.5-8.5 फीसदी रखा गया था.