रोशनी शिव नादर फाउंडेशन की ट्रस्टी भी हैं. नादर फाउंडेशन देश के साथ ही विदशों में भी एजुकेशन फील्ड में सक्रिय है. इस फाउंडेशन के भारत में कुछ टॉप कॉलेज और स्कूल भी हैं.
पिछले दिनों मशहूर पत्रिका फोर्ब्स ने दुनिया की 100 सबसे ताकतवर महिलाओं की लिस्ट जारी की थी. इस सूची में पहले नंबर पर जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल, दूसरे नंबर पर ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे और तीसरे नंबर पर मेलिंडा गेट्स रहीं. पांच भारतीय महिलाओं को इस सूची में शमिल किया गया. भारतीय महिलाओं में सबसे अच्छी रैंकिंग चंदा कोचर की रही. उनको इस सूची में 32वां स्थान मिला है. एचसीएल की रोशनी नादर मल्होत्रा को 100 सबसे ताकतवर महिलाओं की लिस्ट में 57 वां पायदान मिला है.
इस लिस्ट में कुल 5 भारतीय महिलाओं के नाम शामिल हैं. 57वें नंबर पर फोर्ब्स की लिस्ट में रहने वाली रोशनी 48 हजार करोड़ रुपए की कंपनी की सीईओ हैं. साल 2009 में रोशनी महज 27 साल की उम्र में ही आईटी कंपनी एचसीएल की सीईओ बन गई थीं. आप शायद ही रोशनी के शुरुआती कॅरियर के बारे में जानते हो. दरअसल रोशनी नादर मल्होत्रा ने अपने कॅरियर की शुरुआत एक न्यूज चैनल में इन्टर्न के रूप में की थी.
36 साल की रोशनी नादर मल्होत्रा 2009 में केवल 27 साल की उम्र में एचसीएल की सीईओ बन गई थीं. इसके एक साल बाद ही रोशनी कॉरपोरेशन में एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर बन गईं. टेक्नोलॉजी, हेल्थकेयर और इन्फोसिस्टम के लिए काम करने वाली मशहूर कंपनी एचसीएल की मार्केट वैल्यू आज करीब 48 हजार करोड़ रुपए (7.5 बिलियन डॉलर) है. एचसीएल टेक्नोलॉजी के सभी स्ट्रैटजिक फैसले वहीं लेती हैं.
इसके अलावा रोशनी शिव नादर फाउंडेशन की ट्रस्टी भी हैं. नादर फाउंडेशन देश के साथ ही विदशों में भी एजुकेशन फील्ड में सक्रिय है. इस फाउंडेशन के भारत में कुछ टॉप कॉलेज और स्कूल भी हैं. फाउंडेशन की एक बड़ी यूनिवर्सिटी ग्रेटर नोएडा में भी है. रोशनी ने शिखर मल्होत्रा से शादी की है और उनके दो बेटे भी हैं. उनके पति शिखर मल्होत्रा शिव नादर फाउंडेशन में उनकी मदद करते हैं. रोशनी ने जब 2010 में शिखर मल्होत्रा से शादी की तो वह उस समय एचसीएल हेल्थ केयर के वाइस चेयरमैन थे.
शिव नादर और किरन नादर की एकलौती बेटी रोशनी नादर की स्कूली शिक्षा दिल्ली से हुई है. इसके बाद रोशनी ने मीडिया में ग्रेजुएशन नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी से किया. इस दौरान उन्होंने सीएनबीसी न्यूज चैनल में बतौर इन्टर्न काम भी किया. ग्रेजुएशन पूरी करने के बाद उन्होंने स्काई न्यूज के लंदन ऑफिस में भी काम किया. इसके बाद अपने पिता के कहने पर उन्होंने इस जॉब को रिजाइन कर दिया.
इसके बाद रोशनी ने केल्लोग ग्रेजुएट स्कूल ऑफ मैनेजमेंट से सोशल इंटरप्राइज मैनेजमेंट एंड स्ट्रेटजी में एमबीए किया. अक्टूबर 2008 में रोशनी विदेश से भारत लौट आईं और अपने पिता के एचसीएल कॉर्पोरेशन से जुड़ गईं. उसके बाद से एचसीएल फाउंडेशन के लिए काम कर रही है. आज वह एचसीएल कॉरपोरेशन की सीईओ और एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर हैं.