रपट में कहा गया है कि मीडिया व मनोरंजन संगठनों को अपनी वृद्धि को बल देने के लिए अपनी रणनीतियों को नये सिरे से तैयार करना होगा.
भारत के मीडिया व मनोरंजन से अगले पांच साल में सात से आठ लाख नये रोजगार अवसर सृजित होने की उम्मीद है और इस दौरान इस क्षेत्र की वृद्धि 11-12 प्रतिशत रहेगी. सीआईआई-बीसीजी की एक रपट में यह निष्कर्ष निकाला गया है. इसके अनुसार बढ़ती ग्रामीण मांग तथा मीडिया खपत से इस क्षेत्र को बल मिलेगा. इसके अनुसार बढ़ती उपभोक्ता मांग, बदलते कारोबारी मॉडल को देखते हुए इस उद्योग को खुद को पूरी तरह अलग श्रमबल के लिए तैयार करना होगा. सिर्फ मीडिया व मनोरंजन उद्योग को ही अगले पांच साल के दौरान हर साल लगभग 1.4 लाख से 1.6 लाख रोजगार के लिए प्रशिक्षित लोगों की जरूरत होगी.
इसमें कहा गया है कि इस उद्योग में प्रतिभा व कौशल की मांग उसकी आपूर्ति से कहीं अधिक रहेगी. इसलिए उद्योग को 2020 तक पूरी तरह से अलग तरह के श्रमबल के लिए तैयार रहना होगा. इसमें कहा गया है कि मीडिया व मनोरंजन संगठनों को अपनी वृद्धि को बल देने के लिए अपनी रणनीतियों को नये सिरे से तैयार करना होगा ताकि वह खुद को बदलते हुई परिस्थितियों के लिए ढाल सके.