स्विट्जरलैंड के दावोस में 23 जनवरी से 27 जनवरी तक वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (WEF) समिट होने जा रहा है. इस समिट में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दावोस के लिए रवाना हो गए.
स्विट्जरलैंड के दावोस में 23 जनवरी से 27 जनवरी तक वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (WEF) समिट होने जा रहा है. इस समिट में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दावोस के लिए रवाना हो गए. ऐसा पहली बार होगा जब कोई भारतीय प्रधानमंत्री इस समिट का उद्घाटन करेंगे. पीएम मोदी के योग मंत्र और भारतीय व्यंजनों के साथ मंगलवार से दावोस समिट की शुरुआत होगी. विदेश मंत्रालय के मुताबिक, पीएम के डेलीगेशन में शामिल दो योग टीचर दावोस समिट में सुबह और शाम के वक्त दुनिया के नेताओं को योग की क्लास भी देंगे.
पहली बार WEF में योग
यह पहली बार है जब वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (WEF) पर योगाभ्यास किया जाएगा. पतंजलि के दो आचार्य भी दावोस के लिए रवाना हो रहे हैं. दोनों आचार्य वहां सुबह और शाम में योग कराएंगे. पांच दिन तक चलने वाले वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की 48वीं बैठक में व्यापार, राजनीति, कला, शिक्षा और नागरिक समाज से जुड़ी करीब 3,000 से ज्यादा शख्सियतें शिरकत कर रही हैं. भारत की ओर से 130 से ज्यादा प्रतिभागी सम्मिलित होंगे.
क्या है दावोस समिट का विषय?
दावोस समिट में इस बार का विषय ‘विभाजित दुनिया में साझा भविष्य का सृजन’ रखा गया है. दावोस समिट की चेयरमैनशिप इस बार सात महिलाओं को सौंपी गई है. इनमें भारत की एंटरप्रेन्योर और एक्टिविस्ट चेतना सिन्हा भी शामिल हैं. वर्ल्ड बैंक और आईएमएफ के तमाम अफसर भी इस सम्मेलन में मौजूद रहेंगे.
दावोस समिट की खास बातें
1. पीएम मोदी सोमवार शाम 6:30 बजे तक दावोस पहुंचेंगे. रात में पीएम दुनिया भर की कंपनियों के सीईओ के डिनर की मेजबानी करेंगे. इसमें 20 भारतीय कंपनियां और 40 अलग-अलग देशों की कंपनियां शामिल हैं.
2. मंगलवार से इस समिट का सेशन शुरू हो रहा है. इसका उद्घाटन पीएम मोदी करेंगे. भारत अपने लजीज पकवानों, योग मंत्र और इनोवेटिव न्यू इंडिया के साथ समिट के शुरुआती सेशन की मेजबानी करेगा.
3. समिट के उद्घाटन के बाद पीएम मोदी का भाषण होगा. इसमें पीएम भारत की खुली अर्थव्यवस्था, इनोवेशन और विकास पर चर्चा कर सकते हैं. पीएम ये संदेश देंगे कि ग्लोबल इकोनॉमी को आगे बढ़ाने में भारत एक इंजन की भूमिका निभा सकता है.
6 केंद्रीय मंत्री दावोस समिट में होंगे शामिल
पीएम मोदी के साथ 6 केंद्रीय मंत्री भी दावोस समिट में जा रहे हैं. इनमें वित्त मंत्री अरुण जेटली, वाणिज्य मंत्री सुरेश प्रभु, रेल मंत्री पीयूष गोयल, पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, विदेश राज्य मंत्री एम जे अकबर और राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह शामिल हैं. इसके अलावा सीईओ डेलीगेशन में रिलायंस ग्रुप के मालिक मुकेश अंबानी, गौतम अडाणी, अजीम प्रेमजी, राहुल बजाज, एन चंद्रशेखरन, चंदा कोचर, उदय कोटक और अजय सिंह समेत अन्य दिग्गज हस्तियां शामिल हैं.
ट्रंप के भाषण से होगा समिट का समापन
दावोस समिट में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहीद खाकान अब्बासी, जर्मनी की चांसलर एजेंला मर्केल, इटली के प्रधानमंत्री पाउलो गेटिलोअली, फ्रांस के राष्ट्रपति एमानुएल मैक्रोन, ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे और कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडेव भी शिरकत करेंगे. सूत्रों के मुताबिक, समिट का समापन डोनाल्ड ट्रंप के भाषण के साथ होगा.
अमेरिका से आर्थिक संबंधों पर चर्चा संभव
दावोस समिट में पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात होगी. मोदी और ट्रंप पिछले साल दो बार मिल चुके हैं. दोनों की पहली मुलाकात वॉशिंगटन डीसी में और दूसरी मुलाकात आसियान बैठक के दौरान हुई थी. दावोस समिट में होने वाली मुलाकात में दोनों देश के नेता आपसी आर्थिक संबंधों को मजबूती देने पर चर्चा कर सकते हैं.