जीएसटी परिषद ने कारोबारी इकाइयों के सामने आ रही दिक्कतों को दूर करने के लिए पिछले महीने कुछ कदमों की घोषणा की थी.
जीएसटी के कारण छोटे कारोबारियों को हो रही दिक्कतों को दूर करने के लिए और कदम उठाने का वादा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार (4 नवंबर) को कहा कि राज्यों के मंत्रियों की एक समिति ने उनके ज्यादार सुझावों को स्वीकार कर लिया है. मोदी ने कहा कि इस बरे में कोई घोषणा जीएसटी परिषद की अगले सप्ताह होने वाली बैठक में की जा सकती है. जीएसटी परिषद ने कारोबारी इकाइयों के सामने आ रही दिक्कतों को दूर करने के लिए पिछले महीने कुछ कदमों की घोषणा की थी.
केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली की अध्यक्षता वाली जीएसटी परिषद की आगामी बैठक 9-10 नवंबर को गुवाहाटी में होनी है. विश्व बैंक की कारोबार सुगमता रैंकिंग में भारत की लंबी उछाल पर आयोजित एक कार्यक्रम में मोदी ने कहा कि कुछ मुद्दों पर राज्यों की आपत्तियों को देखते हुए जीएसटी परिषद ने राज्यों के मंत्रियों व अधिकारियों की एक समिति गठित की थी.
मोदी ने कहा कि व्यापारियों व छोटे कारोबारियों द्वारा उठाए गए मुद्दों पर विचार करने के लिए राज्यों के मंत्रियों का समूह गठित किया गया था. समूह ने उनके ज्यादातर सुझावों को सकारात्मक रूप से स्वीकार कर लिया है. समूह की सिफारिशों को जीएसटी परिषद की 9-10 नवंबर को होने वाली बैठक में स्वीकार कर लिए जाने की उम्मीद है.
विश्व बैंक की रैंकिंग का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि इस नवीनतम रपट में माल व सेवा कर जीएसटी के कार्यान्वयन पर विचार नहीं किया गया है. उन्होंने कहा, आप ‘सब जानते हैं कि जीएसटी भारतीय अर्थव्यवसथा में सबसे बड़ा कर सुधार है. इसका असर कारोर करने के अनेक पहलुओं पर हुआ है. जीएसटी के साथ हम एक आधुनिक कर प्रणाली की ओर बढ़ रहे है. जो कि पारदर्शी, स्थित व टिकाऊ है.’ उन्होंने कहा कि अनेक सुधार पहले ही हो चुके हैं लेकिन इन्हें स्थिर होने के लिए समय चाहिए और उसके बाद ही विश्व बैंक उन पर विचार करता है. मोदी ने भरोसा जताया कि आने वाले वर्षों में भारत की रैंकिंग में लगातार सुधार होगा.
इसी बैठक में देश की प्रति व्यक्ति आय में हो रही वृद्धि की तारीफ करते हुए विश्व बैंक की सीईओ (मुख्य कार्यकारी अधिकारी) क्रिस्टलीना जॉर्जिया ने शनिवार (4 नवंबर) को कहा कि उन्हें इसमें शक नहीं कि भारत 2047 तक उच्च मध्यम आय वाला देश होगा, जब यह अपनी आजादी की सौंवीं वर्षगांठ मना रहा होगा. यहां प्रवासी भारतीय केंद्र में इंडियाज बिजनेस रिफॉर्म्स सम्मेलन में जॉर्जिया ने कहा, “पिछले तीन दशकों से भारत की प्रति व्यक्ति आय चार गुना बढ़ गई है. इसमें कोई शक नहीं है कि 2047 में जब भारत अपनी स्वतंत्रता का शताब्दी समारोह मना रहा होगा, उस समय यह एक उच्च-मध्य आय वाला देश होगा.”