कुछ शाखाओं को पहले ही बंद किया जा चुका है. हमारा एक विभाग पूरी तरह इस पर काम कर रहा है. मेहता ने कहा कि घाटे में चल रही ब्रांच को या तो हम मजबूत करेंगे, या उनका मर्जर होगा या उन्हें बंद कर दिया जाएगा. कुछ शाखाओं को री-लोकेट करके दूसरे स्थान पर भी ले जाया जा सकता है.
सार्वजनिक क्षेत्र का पंजाब नेशनल बैंक (PNB) देश में स्थित अपनी 200 से 300 शाखाओं को बंद करने, अन्य शाखा में मर्ज करने या री-लोकेट करने की प्लानिंग कर रहा है. यह कदम बैंक के कंसॉलिडेशन प्लान के तहत उठाया जा रहा है. इस योजना पर बैंक की तरफ से अगले 12 महीने में क्रियान्वयन किया जा सकता है. ऐसा पीएनबी की उन शाखाओं के साथ होगा, जिनसे बैंक को मुनाफा नहीं हो रहा है. बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी सुनील मेहता ने कहा कि पहली प्राथमिकता कारोबारी रणनीति में बदलाव कर शाखाओं को घाटे से उबारकर लाभकारी बनाने की है.
उन्होंने बताया कि कुछ शाखाओं को पहले ही बंद किया जा चुका है. हमारा एक विभाग पूरी तरह इस पर काम कर रहा है. मेहता ने कहा कि घाटे में चल रही ब्रांच को या तो हम मजबूत करेंगे, या उनका मर्जर होगा या उन्हें बंद कर दिया जाएगा. कुछ शाखाओं को री-लोकेट करके दूसरे स्थान पर भी ले जाया जा सकता है.
बैंक किसी भी ब्रांच के फ्यूचर के बारे में तय करने के लिए वहां पर कारोबारी पहलुओं, आसपास के प्रतिस्पर्धी स्थलों और बैंक के बिजनेस करेस्पॉन्डेंट (बीसी) नेटवर्क की उपलब्धता पर विचार किया जाएगा. 31 मार्च 2017 तक के आंकड़ों के आधार पर पीएनबी के पास 6937 शाखाएं थीं. बैंक ने अप्रैल से जून के बीच 9 शाखाएं और शुरू की. लेकिन दूसरी तिमाही में पीएनबी की 6 शाखाओं को बंद कर दिया गया. इस तरह सितंबर के आखिर तक पीएनबी की कुल शाखाओं की संख्या कम 6940 रही.
मीडिया से बातचीत में मेहता ने कहा कि बैंक घाटे में चल रही शाखाओं को मुनाफे में लाने की कोशिश कर रहा है. यदि ऐसा नहीं हुआ तो कुछ शाखाओं को बंद कर दिया जाएगा. पीएनबी देश लोन देने वाला दूसरा सबसे बड़ा सरकारी बैंक है. पिछले 6 महीने में पीएनबी ने अपने 928 एटीएम में भी कमी की है. सितंबर 2017 तक बैंक के कुल एटीएम 9753 हो गए.