रिपोर्ट के अनुसार, सितंबर में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक में वृद्धि के पांच प्रतिशत से अधिक रहने की उम्मीद है.
चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में घरेलू अर्थव्यवस्था के सुधरकर छह की दर से वृद्धि करने की उम्मीद है. एसबीआई रिसर्च ने एक रिपोर्ट में व्यापार, परिवहन और संचार जैसे वृहद आर्थिक सूचकांकों में बढ़त का हवाला देते हुए आज यह बात कही. रिपोर्ट में कहा गया, “पहली तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 5.7 प्रतिशत की दर से वृद्धि हुई. हमें उम्मीद है कि दूसरी तिमाही में वृद्धि बेहतर होगी और इसके 6-6.5 प्रतिशत के दायरे में निचले स्तर पर रहने की संभावना है.”
रिपोर्ट के अनुसार, सितंबर में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक में वृद्धि के पांच प्रतिशत से अधिक रहने की उम्मीद है. इसके अलावा राज्यों के विद्युत निगमों द्वारा त्यौहारी मांग के मद्देनजर बिजली की मांग बढ़ाने से खनन एवं विद्युत क्षेत्र में भी वृद्धि बेहतर रहने की उम्मीद है.
उसने आगे कहा कि हालिया महीनों में विदेशी पर्यटकों की आवक, अंतरराष्ट्रीय यात्री एवं हवाई ढुलाई, रेल यातायात और टेलीफोन सब्सक्राइवरों जैसे मुख्य सूचकांकों में भी सुधार दिखा है. हालांकि कृषि क्षेत्र में कम वृद्धि दर चिंता का विषय है. रिपोर्ट में कहा गया, “उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और मध्य प्रदेश जैसे प्रमुख खाद्यान्न उत्पादक राज्यों में मानसून के पहले तीन महीनों के दौरान बारिश कम रहने के कारण भी कृषि क्षेत्र की वृद्धि प्रभावित हो सकती है.”