यदि किराया समीक्षा समिति की सिफारिशों को रेलवे बोर्ड मान लेता है तो हवाई यात्रा की तरह रेलवे यात्रा की योजना पहले से बनाने पर किराये में छूट मिल सकती है.
यदि किराया समीक्षा समिति की सिफारिशों को रेलवे बोर्ड मान लेता है तो हवाई यात्रा की तरह रेलवे यात्रा की योजना पहले से बनाने पर किराये में छूट मिल सकती है. सूत्रों ने कहा कि इस सप्ताह अपनी रिपोर्ट सौंपने वाली समिति ने किसी ट्रेन में रिक्त सीटों की संख्या के आधार पर किराए में छूट तय करने का सुझाव दिया. अधिकारियों ने कहा कि एयरलाइनों की किराया व्यवस्था की तरह, अगर आप ट्रेन की टिकट महीनों पहले बुक कराते हैं तो आप भारी छूट प्राप्त कर सकते हैं. 20 से 50 प्रतिशत तक की प्रस्तावित छूट बुकिंग के समय उपलब्ध रिक्त सीटों की संख्या पर निर्भर करेगी.
नीचे की सीटों के लिए ज्यादा दाम
समिति ने यह भी सुझाव दिया कि जिस तरह से हवाई यात्रियों को आगे की सीटों के लिए ज्यादा दाम चुकाने पड़ते हैं, यात्रियों को नीचे की सीटों के लिए ज्यादा दाम चुकाने होंगे. हालांकि अधिकारियों ने कहा कि वरिष्ठ नागरिकों, विकलांगों और गर्भवती महिलाओं को इन सीटों का आवंटन मुफ्त में किया जाएगा. अधिकारियों ने कहा कि समिति ने यह भी सुझाव दिया कि उन ट्रेनों का किराया बढ़ाया जाए जो गंतव्य तक सुबह जैसे ‘सुविधाजनक’ समय पर पहुंचती है. सूत्रों ने कहा कि रेलवे बोर्ड इन सिफारिशेां को मंजूरी देने से पहले इनमें कुछ बदलाव कर सकता है.
फ्लैट किराया सिस्टम खत्म होगा!
समिति की तरफ से की गई सिफारिश में यह भी कहा गया है कि रेलवे को फ्लैट किराए का सिस्टम खत्म करते हुए त्योहारों के वक्त किराया बढ़ा देना चाहिए और खाली दिनों में किराया कम करना चाहिए. समिति ने यात्रियों को किराए में छूट देने की भी सिफारिश की है. सुझाव दिया गया है कि जो ट्रेनें अजीब समय पर गंतव्य स्थान पर पहुंचती हैं उनके यात्रियों को डिस्काउंट दिया जाना चाहिए. जैसे अगर कोई ट्रेन रात 12 से सुबह 4 के बीच और दोपहर 1 से 5 के बीच गंतव्य स्थान पर पहुंचती है तो उसके यात्रियों को किराए में छूट मिलनी चाहिए.
540 करोड़ से ज्यादा की इनकम
समिति ने रातभर में यात्रा पूरी करने वाली और पैंट्री कार सुविधा वाली रेलगाड़ियों में प्रीमियम शुल्क वसूलने का भी सुझाव दिया है. आपको बता दें कि रेलवे ने एक साल से भी कम समय में फ्लैक्सी फेयर सिस्टम से 540 करोड़ रुपए से भी ज्यादा की इनकम की है.