भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के चेयरमैन रजनीश कुमार ने आज कहा कि ब्याज दर में और कटौती की गुंजाइश सीमित है. यह पूछे जाने पर कि ब्याज दर में कटौती का चक्र पूरा हो चुका है, उन्होंने कहा कि ऐसा ही लगता है. कुमार ने कहा, ‘‘अगर आप बांड पर रिटर्न को देखे, उसमें हाल में तेजी आई है. मुझे लगता है कि जमा और कर्ज दोनों के मामले में ब्याज दरों में और कटौती की गुंजाइश सीमित है. जबतक आप जमा पर ब्याज दर में कटौती नहीं करते, कर्ज पर लिए जाने वाले ब्याज में कमी नहीं कर सकते. फिलहाल, हम काफी हद तक स्थिर ब्याज दर की स्थिति में हैं.’’ पिछले हफ्ते देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई ने आवास एवं वाहन कर्ज के लिए ब्याज दर में 0.05 प्रतिशत की कटौती की थी.
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के चेयरमैन रजनीश कुमार ने आज कहा कि ब्याज दर में और कटौती की गुंजाइश सीमित है. यह पूछे जाने पर कि ब्याज दर में कटौती का चक्र पूरा हो चुका है, उन्होंने कहा कि ऐसा ही लगता है. कुमार ने कहा, ‘‘अगर आप बांड पर रिटर्न को देखे, उसमें हाल में तेजी आई है. मुझे लगता है कि जमा और कर्ज दोनों के मामले में ब्याज दरों में और कटौती की गुंजाइश सीमित है. जबतक आप जमा पर ब्याज दर में कटौती नहीं करते, कर्ज पर लिए जाने वाले ब्याज में कमी नहीं कर सकते. फिलहाल, हम काफी हद तक स्थिर ब्याज दर की स्थिति में हैं.’’ पिछले हफ्ते देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई ने आवास एवं वाहन कर्ज के लिए ब्याज दर में 0.05 प्रतिशत की कटौती की थी.
यह पूछे जाने पर कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में सरकार की तरफ से पूंजी डाले जाने से क्या ब्याज दर में वृद्धि होगी, उन्होंने कहा, ‘‘इसकी संभावना है.’’ यहां आयोजित ‘इंटरनेशनल मेंटरिंग सम्मिट’ के दौरान उन्होंने अलग से बातचीत में कहा कि पूंजी डाले जाने को लेकर बांड जारी किए जाने से 0.1 से 0.15 प्रतिशत की वृद्धि हो सकती है. पिछले महीने सरकार ने फंसे कर्ज से प्रभावित सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को मजबूत करने के लिए 2.11 लाख करोड़ रुपए की पूंजी देने का एलान किया था.