वैश्विक स्तर पर भू-राजनीतिक तनाव का भी कारोबारी धारणा पर असर रहा.
अमेरिका में फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीतिगत बैठक के निर्णय के ऊपर निगाहें होने के कारण विदेशी निवेशकों की निष्क्रियता से बुधवार को प्रमुख घरेलू शेयर बाजारों में स्थिरता रही. वैश्विक स्तर पर भू-राजनीतिक तनाव का भी कारोबारी धारणा पर असर रहा. विश्लेषकों के अनुसार, फेडरल रिजर्व की बैठक के परिणाम के इंतजार में एशियाई बाजारों में दबाव रहा है. यूरोपीय बाजारों में भी इसका असर दिखा है.
बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक आज शुरुआती कारोबार में 32,467.10 अंक के दिन के उच्चतम स्तर पर खुला. कारोबार के दौरान यह गिरकर 32,383.82 अंक तक नीचे आ गया. कारोबार की समाप्ति पर अंतत: 1.86 अंक यानी 0.01 प्रतिशत की मामूली गिरावट के साथ 32,400.51 अंक पर बंद हुआ.
पिछले कारोबारी दिवस में भी निवेशकों की सतर्कता के चलते यह 21.39 अंक गिरा था. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 10,171.05 अंक के दिवस के उच्चतम स्तर और 10,134.20 अंक के निचले स्तर को छूता हुआ कारोबार की समाप्ति पर 6.40 अंक यानी 0.06 प्रतिशत फिसलकर 10,141.15 अंक पर बंद हुआ.
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के मोबाइल कॉल कनेक्शन शुल्क को आधे से ज्यादा कम करके छह पैसे प्रति मिनट करने तथा एक जनवरी 2020 से नि:शुल्क कर देने की घोषणा के बाद दूरसंचार क्षेत्र की प्रमुख कंपनियों के शेयरों में गिरावट रही. आइडिया सेल्यूलर, रिलायंस कम्युनिकेशन और टाटा टेलीसर्विसेज के शेयर 3.43 प्रतिशत तक लुढ़क गये. हालांकि, भारती एयरटेल शुरुआती गिरावट से उबरकर 0.39 प्रतिशत की तेजी में रही.