इस बिजनेस में आप शुरू में 50 हजार रुपए का निवेश कर 30 हजार रुपए महीने या फिर इससे भी ज्यादा की कमाई कर सकते हैं. आपकी अर दिन की इनकम औसतन 1 हजार रुपए हो जाती है.
हो सकता है आपका भी नौकरी में मन नहीं लगता हो और आपके मन में भी कभी-कभी बिजनेस शुरू करने का प्लान आता हो. कई बार लोग बिजनेस शुरू करने का मन बनाते हैं लेकिन उनके पास बिजनेस प्लान नहीं होता. ऐसा भी होता है कि आपके पास आइडिया भी है लेकिन बिजनेस में इनवेस्ट करने के लिए आपके पास मोटी रकम नहीं है. लेकिन आज हम आपको एक ऐसे बिजनेस के बारे में बता रहे हैं, जिसको आप स्मॉल स्केल पर भी शुरू कर सकते हैं और अपना हर दिन का खर्च बड़े ही आराम से निकाल सकते हैं. हम जो बिजनेस आपको बता रहे हैं, उसमें नए साल पर आपके पास और भी अच्छी इनकम करने का मौका रहता है. इसमें मुनाफे का प्रतिशत भी अच्छा होता है, ऐसे में आपके तरक्की करने के उम्मीद भी रहती है. इस बिजनेस में आप शुरू में 50 हजार रुपए का निवेश कर 30 हजार रुपए महीने या फिर इससे भी ज्यादा की कमाई कर सकते हैं. आपकी अर दिन की इनकम औसतन 1 हजार रुपए हो जाती है.
बढ़ते औद्योगीकरण और शहरों की बढ़ती आबादी के बीच पैकर्स एंड मूवर्स (packers and movers) की पिछले कुछ सालों में तेजी से डिमांड बढ़ी है. आज के दौर में हर आदमी अपने घरेलू या व्यावसायिक सामान की सेफ्टी के साथ ही कम सिरदर्द चाहता है. यदि आप मकान बदल रहे हैं तो आपको पैकर्स एंड मूवर्स की तलाश रहती है. यदि किसी कंपनी का कोई सामान एक प्लांट से दूसरे प्लांट जाना है तो भी पैकर्स एंड मूवर्स की जरूरत पड़ती है. इसी तरह यदि कोई ऑफिस शिफ्ट हो रहा है तो भी जरूरी सामान और कंप्यूटर को ले जाने के लिए पैकर्स एंड मूवर्स कंपनियां ही अच्छी रहती हैं.
नोएडा में पैकर्स एंड मूवर्स का काम करने वाले मनोज कुमार कहते हैं कि महंगे सामान को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने में इसके टूटने की आशंका बनी रहती है. लेकिन पैकर्स एंड मूवर्स के माध्यम से सामान को इंश्योरेंस कराकर आसानी से ले जाया जा सकता है. इसमें भी ग्राहक सामन की तरफ से बेफिक्र रहता है. इस काम मको शुरू करने के लिए आपको पूरे प्लान के साथ काम करने की जरूरत है. चूंकि आप छोटे लेवल पर शुरू कर रहे हैं इसलिए ज्यादा इंफ्रास्ट्रक्चर की जरूरत नहीं है.
इन स्टेप में शुरू करें बिजनेस
1. आप इस बिजनेस को प्रोपराइटरशिप, पार्टनरशिप या कंपनी के फार्मेट में शुरू कर सकते हैं. सबसे पहले अपने बिजनेस का रजिस्ट्रेशन कराएं.
2. इसके अलावा आप कंपनी का PAN बनवाकर अपने नजदीकी बैंक अकाउंट में करंट खाता खुलवा लें.
3. दूसरे चरण में आप रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी कर ट्रेड मार्क आदि के नाम का चयन कर लें.
4. इसके बाद डोमेन नाम तलाश कर अपनी वेबसाइट बनाव लें. अब आधार एमएसएमई रजिस्ट्रेशन करा लें.
5. यह सर्विस आधारित बिजनेस है. इसलिए सर्विस टैक्स रजिस्ट्रेशन अवश्य करा लें. हालांकि आप GST के अंडर टैक्स फाइल कर सकते हैं.
6. अब एक छोटा सा ऑफिस बना लें. इस ऑफिस को आप अपने घर में भी बना सकते हैं.
7. अंत में आप अपने मोबाइल नंबर के आधार पर डिजीटल बिजनेस वेबसाइट जैसे जस्ट डायल और सुलेखा.कॉम पर रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं. इन वेबसाइट्स के माध्यम से ही आपको बिजनेस में मदद मिलती है.
कैसे मिलेगा बिजनेस
डिजिटल बिजनेस वेबसाइट पर आपका 3 से 4 हजार रुपये में रजिस्ट्रेशन हो जाएगा. ग्राहक को जब पैकर्स एंड मूवर्स की जरूरत होती है तो वह अधिकतर गूगल सर्च कर इसकी तलाश करता है और अपना जानकारी वहां पर दर्ज करता है. डिजिटल बिजनेस वेबसाइट की तरफ से कस्टमर की डिटेल आपको भेज दी जाएगी. जिसके बाद आप कस्टमर से बात कर अपनी डील क्लोज कर सकते हैं.
ये सामान जरूरी
काम शुरू करने के लिए आपको पैकिंग कॉटूर्न, पैकिंग पेपर, टेप, रस्सी और कुछ औजारों की जरूरत पड़ेगी. इस काम में जरूरत के हिसाब से बड़ी या छोटी चार पहिया गाड़ी की भी जरूरत होती है. इसके लिए आप किसी ट्रांसपोर्ट कंपनी से संपर्क कर सकते हैं. आपके काम के एवज में वो आपसे पैसे लेंगे. साथ ही लेवर की भी जरूरत पड़ती है. लेवर का रेट शहर के अनुसार अलग-अलग हो सकते हैं.
ये करना होगा
उदाहरण के लिए एक ग्राहक के घर का सामान शिफ्ट करने के लिए आपने 10 हजार रुपये का ठेका लिया. सामान शिफ्ट होने के बाद इसमें से 2 हजार रुपये आपसे गाड़ी वाला ले जाएगा. सामान की पैकिंग आदि के लिए आपको लेवर की जरूरत पड़ेगी. लेवर का खर्च करीब 3 हजार रुपये आएगा. बीमा और अन्य खर्च करीब 2 हजार रुपये आएगा. इस तरह 10 हजार में से आपने 7 हजार रुपये सामन की शिफ्टिंग पर खर्च किए. बचे तीन हजार रुपये आपका नेट प्राफिट होगा. इस तरह आप महीने में 10 काम भी करते हैं तो बड़ी आसानी से आप 30 हजार रुपये या इससे ज्यादा भी कमा सकते हैं.